बिजली चोरी पर अंकुश के साथ निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेंःशर्मा
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने की मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान की समीक्षा
बाड़मेर।
मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना के तहत सजगता से कार्य किया जाए। विद्युत चोरी पर अंकुश लगाया जाए। साथ ही विद्युत तंत्र में सुधार के आवश्यक कदम उठाते हुए निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में 24 घंटे बिजली देने तथा बिजली कंपनियों को मजबूती प्रदान कर बिजली दरों पर नियंत्रण करने और प्रदेश के सभी फीडर की बिजली छीजत 15 प्रतिशत तक लाने के लिए इस अभियान की शुरुआत की गई है। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान डिस्काम कार्मिकांे के साथ प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय लोगों की मदद भी ली जाए। ग्रामीणों को समझाया जाए कि वे न तो स्वयं विद्युत चोरी करें और यदि अन्य कोई विद्युत चोरी कर रहा हो, तो उसकी तत्काल सूचना संबंधित अधिकारियों को दें। उन्हांेने कहा कि निर्धारित कार्य योजना के अनुसार इस अभियान का पहला चरण 31 दिसंबर 2016, दूसरा चरण 30 जून 2017 तथा तीसरा चरण 31 दिसंबर 2017 तक पूर्ण किया जाना है। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने विद्युत बिल संबंधित समस्याआंे का प्राथमिकता से समाधान करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने कहा कि इस अभियान के दौरान आमजन को राहत एवं स्थाई समस्या समाधान की दिशा मंे प्रयास किया जाए। उन्हांेने जिला स्तर पर विद्युत समस्याआंे के समाधान के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने की जरूरत जताई। इस दौरान डिस्काम के अधीक्षण अभियंता जी.आर.सिरवी ने बताया कि फीडर की मरम्मत का कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रथम चरण मंे 347 फीडर चिन्हित करके 84 फीडर मंे यह कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उन्हांेने मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत भार अनुरूप लाइन के कंडक्टर की क्षमता को बढ़ाने, वितरण ट्रांसफार्मर पर वास्तविक लोड का आंकलन करने, बंद या पुराने चकरी वाले मीटरों को बदलने, क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों को सुधारने, केवल कटों का सुधार करना, लूज सर्विस लाइन को टाइट करने, आर्म्ड केवल से बदलने तथा कनेक्टर स्थापित करने एवं वितरण तंत्र उपलब्ध होने पर विद्युत से वंचित आवासों को कनेक्शन लेने के लिए प्रोत्साहित कर कनेक्शन दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसी तरह शहरी क्षेत्रों में बंद या पुराने चकरी वाले मीटरों को बदलना, केवल कटों का सुधार करना, खराब एबी केवलों को बदलना तथा कनेक्टर स्थापित करना, खराब सर्विस लाइनों को आर्म्ड केवल से बदलने, उच्च वोल्टेज का वितरण तंत्र स्थापित करने, इन्सूलेटेड वायर डालने, भूमिगत केबल डालने, विद्युत सुधार एवं छीजत कम करने के लिए तकनीकी एवं सर्तकता कार्रवाई करने एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यत आपूर्ति को अलग करने जैसे कार्य होंगे। उन्हांेने बताया कि जिला स्तर पर 
जिला कलेक्टर के निर्देशन में काम करने वाली कमेटी जिसमें जिला स्तर पर पदस्थापित अधिकारी यानी कलेक्टर, एसपी, पीआरओ, जलदाय विभाग, पंचायती राज विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, सीईओ जिला परिषद, डिप्टी बिजली थाना पुलिस, डिस्कॉम के एसई और एक्सईएन शामिल किया गया है। बैठक मंे जिला कोषाधिकारी जसराज चौहान, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जी.आर.जीनगर, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार, आयुक्त श्रवण विश्नोई, अधिशाषी अभियंता भेराराम चौधरी, ओ.पी.शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कैलाशचंद तिवाड़ी, राजेन्द्र राजपुरोहित, रमेश पंवार समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top