संविधान से मिली भारतीय लोकतंत्र को मजबूतीःचौधरी
द्वितीय संविधान दिवस पर बाड़मेर जिले में हुए कई आयोजन
बाड़मेर
संविधान की बदौलत भारतीय लोकतंत्र को मजबूती मिली है। भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र का उदाहरण कई मर्तबा विश्व पटल पर दिया जाता है। राष्ट्र के विकास के लिए संविधान का आदर करने के साथ इसके प्रावधानों की गंभीरता से पालन करने की जरूरत है। बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर डॉ.भीमराव अंबेडकर समारोह समिति की ओर से स्थानीय महेश पब्लिक स्कूल मंे आयोजित विचार गोष्ठी के दौरान यह बात कही। इस अवसर पर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि डॉ.भीमराव अंबेडकर के निर्देशन मंे भारतीय संविधान के महान शिल्पी डॉ. भीमराव अम्बेडकर सहित उन महान विभूतियों की याद दिलाता है, जिन्होंने कठोर परिश्रम से लोकतंत्र की पवित्र भावना के अनुरूप संविधान बनाया। उन्हांेने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन में संविधान को 26 नवंबर 1949 को पूर्ण कर देश को समर्पित किया। भारतीय संविधान सभा ने इसी दिन इसको अपनाया। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के साथ लागू किया गया। उन्हांेने कहा कि भारत सरकार ने नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए पिछले वर्ष प्रति वर्ष 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया। गत वर्ष भारतीय संविधान एवं आधुनिक भारत के निर्माण में भारत रत्न डॉ. भीम राव अम्बेडकर के योगदान का सम्मान करते हुए उनकी 125 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 26 नवंबर, 2015 को पहली बार ‘संविधान दिवस’ पूरे देश ने मनाया गया। सांसद चौधरी ने इस दौरान भारतीय संविधान के विविध पहलूआंे से अवगत कराया। इस दौरान भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल ने कहा कि विश्व में भारत का संविधान सबसे बड़ा है, इसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल हैं। संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद 2 दिन बाद इसे प्रभाव में लाया गया। उन्हांेने कहा कि भारत में 26 नवम्बर को हर साल संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। समिति के ताराचंद गोसाई ने कहा कि भारतीय संविधान को दुनिया के सबसे बेहतरीन संविधान में से एक है, क्योंकि यह हर किसी को समानता का अधिकार देता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान को तैयार करने में डॉ. भीमराव अम्बेडकर का सबसे अहम योगदान रहा है। उन्हें भारत के संविधान का जनक कहा जाता है। इस दौरान ताराचंद जाटोल ने कहा कि डॉ.भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार थे और उन्हें मजबूत और एकजुट भारत के लिए जाना जाता है। वहीं कार्यक्रम का संचालन हरीश जांगिड़ ने किया। समारोह के अंत मंे कार्यक्रम प्रभारी सुरेश जाटोल ने आभार व्यक्त किया। 

इन्होने भी किया सम्बोधित-इस अवसर पर समाजसेवी छगनलाल जाटोल, भाजपा नगर अध्यक्ष मोहनलाल कुर्डिया, भैरोसिंह फुलवारिया, समाजसेवी बालाराम गोदारा, लक्ष्मण बडेरा, प्रेमाराम सियाग, भेराराम जांगिड़, ने संविधान के विविध पहलूआंे पर प्रकाश डाला। 

सांसद चौधरी ने किया पौधारोपणः इस दौरान संकवधान दिवस पर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने महेश पब्लिक स्कूल के परिसर मंे पौधारोपण करके पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। उन्हांेने कहा कि आमजन अधिकाधिक पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण मंे महत्ती भूमिका अदा करें।

ये रहे मौजुद-इस दौरान सीओ स्काउट गाइड ज्योतिरानी महात्मा, प्रेम परिहार, तिलाराम पन्नू, सुनील शर्मा, लक्ष्मण टाक, आनंद थोरी, हरीश जाटोल, राकेश कुलदीप, रेंजर कमला, धापू एवं केशर कंवर समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताआंे के विजेताआंे कुलदीप, सपना एवं बसंती को सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी एवं अतिथियों ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम आयोजन मंे राजस्थान राज्य भारत स्काउट एवं गाइड तथा महेश पब्लिक स्कूल का सराहनीय सहयोग रहा।

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