वाहन चालको के लिए अच्छी खबर, लांच हुई निःशुल्क एप ‘आईड्राइव‘ 
दुर्घटना होने पर तीन परिचितों, स्थानीय पुलिस और अस्पताल को मिलेगी सूचना
जयपुर।  
सड़क दुर्घटना और किसी अन्य संकट की स्थिति में किसी व्यक्ति, विशेषकर महिला के लिए उसका छोटा सा स्मार्टफोन बड़ा मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए तैयार किए गए आईड्राइव एप में यह सुविधा है कि सड़क दुर्घटना की स्थिति में यह एप दो बार क्लिक करते ही दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के 3 परिचितों को अलर्ट मैसेज के साथ-साथ स्थानीय अस्पताल और पुलिस स्टेशन की जानकारी नम्बर सहित देगा और स्थानीय पुलिस और अस्पताल को भी सूचित करेगा। इसी प्रकार किसी संकट की स्थिति से घिरी महिला अपने स्मार्टफोन में डाउनलोडेड आई ड्राइव एप के पैनिक बटन पर जैसे ही तीन बार क्लिक करेगी, उसका स्मार्टफोन सीधे आई ड्राइव के मेन सर्वर से जुड़ जाएगा और उसका कैमरा अपने आप ऑन हो कर रिकॉर्डिंग फोन और सर्वर पर शुरू हो जाएगी। साथ ही पुलिस और उस महिला के तीन परिचितों को भी उसकी लोकेशन सहित अलर्ट मैसेज पहुंच जाएगा। उल्लेखनीय है कि परिवहन मंत्री और सड़क सुरक्षा पर गठित मंत्री समूह के अध्यक्ष यूनुस खान ने राज्य में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन और जागरूकता की पहल की है। इसी से प्रेरणा पाकर कई एनजीओ, सामाजिक संगठन और आईटी कम्पनियां भी इस मुहिम का हिस्सा बन रही हैं। रोडवेज में भी महिलाओं के लिए पैनिक बटन की शुरूआत की जा चुकी है। इसी कड़ी में वाहन चालक के लिए बहुउपयोगी इस एप की लांचिंग रविवार को गौरव टावर पर परिवहन विभाग के अपर परिवहन आयुक्त आईटी हंस कुमार शर्मा, उप आयुक्त, सड़क सुरक्षा श्रीमती निधि सिंह, आर्कीटेक्ट अनूप भरतरिया की उपस्थिति में हुई। एप विकसित करने वाली कम्पनी के सूरज नेहरा का दावा है कि यह एप ड्राइविंग को न केवल केवल सुरक्षित करेगा बल्कि सुविधाजनक भी बनायेगा। नेहरा के अनुसार अगर किसी गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाता है तो दुर्घटनाग्रस्त चालक के 3 परिचितों, स्थानीय पुलिस और अस्पताल को सूचना उपलब्ध कराने के साथ ही यह एप अपने ब्लैक स्पॉट फीचर के जरिये 300 मीटर पूर्व ही उन्हें एक्सीडेंट प्वाइंट की भी जानकारी देता रहेगा। एप सिटी रोड मेप के जरिये लाइव टे्रफिक अपडेट भी देता रहेगा। आई ड्राईव के फीचर व्हीकल रिपोर्ट में वाहन से संंंबंधित जानकारियां जैसे सर्विस, इन्श्यारेंस पॉलिसी की डेट की सूचना समय पूर्व ही उपलब्ध होती रहेगी। फीचर सेफ ड्राइविंग में यातायात नियमों एवं सरकार द्वारा समय-समय पर जारी नियमों की भी विस्तृत सूचना भी उपलब्ध होती रहेगी। अगर यातायात पुलिस कोई गाड़ी टोह कर ले जाते है तो संबधित थाने की लोकेशन सहित पूरी सूचना उपलब्ध हो जायेगी। एप के फीचर माई डॉक्यूमेंट में गाड़ी से संबंधित जरूरी कागजातों को अपलोड कर सुरक्षित रखा जा सकता है। इसके लिए एक 24 घंटे संचालित होने वाला कॉल सेंटर भी खोला जा रहा है। यह एप गूगल के प्ले स्टोर पर निःशुल्क उपलब्ध है।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top