राम सा पीर की नगरी में बहेगी रामकथा की सरिता, मुरारी बापू 5 नवम्बर से रामदेवरा में 
रूणिचा।  
राम सा पीर का धाम जन जन की आस्था का केंद्र रामदेवरा जिनके नाम में ही करोड़ों लोगों की आस्था और विश्वास का सर्जन है जिनका सम्बन्ध भी सियापति राम से है उनके धाम में 5 से 13 नवम्बर नो दिन बड़े ही अद्भुत और अनुपम होंगे प्रकाश पर्व दीपावली के ठीक बाद रामदेवरा की धरती पर राष्ट्रीय संत मुरारी बापू के मुखारबिंद से राम कथा आयोजित होगी संत कृपा सनातन संस्थान की और से आयोजित इस रामकथा में नो दिन धार्मिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की धूम रहेगी और इसके साक्षी बनेंगे बापू के लाखों भक्त आस्था संगीत और संस्कृति का यह अलौकिक उत्सव मारवाड़ की धरा पर अपनी अलग छाप छोड़ेगा रामदेवरा प्रवेश द्वार के निकट जाट धर्म शाला के ग्राउंड में आयोजित इस रामकथा में प्रतिदिन हजारों श्रोता भाग लेंगे 
मुरारी बापू के बाबा की नगरी में हो रहे इस पहले आयोजन को लेकर मारवाड वासियों में खासा उत्साह का उत्सवी माहौल है। बाबा रामदवे के उपदेषों को समाहित करते हुए मोरारी बापू 5 नवम्बन से प्रतिदिन रामकथा के माध्यम से लोकदेवता बाबा रामदेव की आराधना और स्तुति करेंगे। बापू की नौ दिवसीय रामकथा का उद्देष्य धर्म का उत्थान उसके द्वारा समाज की उन्नति और भारत के गौरवषाली संस्कृति के प्रति लोगों के भीतर ज्योति जलाने की तीव्र ईच्छा है। रामदेव जी की नगरी में होने वाले इस कार्यक्रम में ख्यातनाम कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और इस बीच प्रसिद्ध राष्ट्रीय संत मोरारी बापू के प्रवचन सोने में सुगंध का काम करेंगे। 
नो दिवसीय इस कथा में देश विदेश से बापू के हजारों अनुयायी भाग लेंगे जिसको लेकर समुचित व्यवस्था की गई है प्रतिदिन हजारों लोगों के भोजन प्रसाद की व्यवस्था भी संत कृपा सनातन संसथान की और से की जा रही है मुरारी बापू की कथा का यह पहला आयोजन मारवाड़ की धरा का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होगा व्यवस्थाओं का जायजा लेने बुधवार को श्री मदन पालीवाल रामदेवरा पहुंचे और कथा स्थल का दौरा किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए उन्होंने कहाँ की बापू की कथा मारवाड़ वासियों के लिए ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन के रूप में प्रदर्शित होगी और जन जन को इसका लाभ प्राप्त होगा 

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