बाड़मेर में केयर्न एनर्जी कम्पनी के विरोध में उतरी थार की जनता, रोजगार सहित आधा दर्जन मांगो को लेकर किया प्रदर्शन
बाड़मेर 
राजस्थान के बाड़मेर ज़िले के बायतु क्षेत्र में तेल के क्षेत्र में काम कर रही केयर्न एनर्जी कम्पनी में स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं मिलने को लेकर पिछले लम्बे समय से एमपीटी के बाहर अनिश्चितकालीन धरना चल रहा था। 
तेल उत्पादन से जिस बाड़मेर की पहचान अंतरराष्ट्रीय पटल पर हो रही है, वहां के किसान आैर युवा रोजगार के लिए जूझ रहे है। जब जमीन, तेल अपनी तो रोजगार बाहरी लोगों को क्यों? केयर्न कंपनी की हठधर्मिता है, ऐसी कंपनी के खिलाफ हला बोलना जरूरी है। अब कंपनी किसानों और युवाओं की मांगे माने नहीं तो प्लांट पर ताला लगाए। आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। कंपनी के सीएसआर फंड में भ्रष्टाचार को भी उजागर किया जाएगा। यह विचार जालोर-सिरोह सांसद देवजी भाई पटेल ने सर्वजातीय किसान एवं मजदूर संघ के बैनर तले एमपीटी नागाणा के बाहर दिए गए धरने को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। 
जालोर सांसद ने कहा कि केयर्न कंपनी में इतनी हिम्मत है तो अब जालोर से पाइप लाइन निकाल कर दिखाएं, किसानों को हक का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। कंपनी सोचती होगी कि ये लीपापोथी कर देंगे, लेकिन अब हक की लड़ाई तब तक नहीं रुकेगी, जब तक किसानों और युवाओं को उनका हक मिल जाए। अब केयर्न में सीईओ से नीचे के अधिकारी तक वार्ता भी नहीं होगी। सीएसआर फंड पर सबसे पहले हक बाड़मेर-जालोर है, वहां के विकास पर खर्च होना चाहिए। 
सीएसआरफंड में घोटाला, जांच होनी चाहिए : कर्नल 
बाड़मेर-जैसलमेरसांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि केयर्न कंपनी युवाओं और किसानों से धोखा कर रही है। तय एमओयू के मुताबिक शर्तों पर काम नहीं कर किसानों को गुमराह कर रही है। सीएसआर फंड में बड़े स्तर पर गड़बड़झाला है, इसकी जांच हाेनी चाहिए। तेल के अंदर भी गड़बड़ी हो रही है, क्रूड ऑयल को केयर्न अधिकारियों की सांठगांठ से बेचा जा रहा है। मैं तो कहता हूं कि तेल की मॉनिटरिंग के लिए एक आईएएस अधिकारी नियुक्त हो, ताकि पूरे मामले की निगरानी रखी जाए। तेल मीटरों में गड़बड़ी कर सरकार को रॉयल्टी में भी धोखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे और जालोर सांसद केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भी मिले थे। केयर्न की मनमानी और किसानों के साथ किए जा रहे धोखाधड़ी की शिकायत की थी। कुछ पुलिस के अधिकारी भी केयर्न से मिले हुए है, जो हफ्ता वसूली करते है। केयर्न के अधिकारियों की सेटिंग है, हर गाड़ी के पीछे 5 हजार रुपए लिए जा रहे है। 80 फीसदी बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है, जबकि स्थानीय लोग बेरोजगार हो गए। किसानों की जमीन अवाप्त कर ली, लेकिन भुगतान आज तक नहीं हुआ। 
कंपनीकहती है कि नक्सलवाद पैदा कर देंगे: कैलाश 
बायतुविधायक ने केयर्न कंपनी को निशाने पर लेते हुए कहा कि कंपनी की मनमानी और हठधर्मिता है। सरकार और उच्च स्तर पर रिपोर्ट कर रही है कि स्थानीय लोगों को रोजगार दिया तो नक्सलवाद फैला देंगे। केयर्न में बाड़मेर के 10 फीसदी युवाओं को भी रोजगार नहीं मिल रहा है। सभी यूपी, बिहार और विदेशों के लोग यहां लगे हुए है, जबकि स्थानीय लोग रोजगार के लिए दर-दर ठोकरें खाने को मजबूर है। फूट डालो और राज करों की नीति अपना रहे है। जो आजादी से पहले अंग्रेजों ने अपनाई थी। उसी तरह अब ये बाड़मेर को लूट कर रहे है। सीएसआर फंड से आरओ, शौचालय सहित कई स्कीमों में खर्च होना बता रहे है, जबकि धरातल की स्थिति कुछ और है। भाजपा महामंत्री बालाराम मूढ, टीकूराम लेघा ने कहा कि बाड़मेर के सभी 36 कौम को एकजुट होने की जरूरत है, अब आर-पार की लड़ाई लड़नी होगी। धरने को समाजसेवी तनसिंह चौहान, चौहटन प्रधान कुंभाराम सेंवर, पूर्व प्रधान मूलाराम बेनीवाल, आसूराम बेरड, नाथुसिंह, प्रवीणसिंह आगौर, जोगाराम लेघा, जालूराम बेनीवाल ने भी संबोधित किया। 

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