सांसद ने किया लंगेरा गांव के तालाब का निरीक्षण, ग्रामीणों ने सांसद को सौंपा ज्ञापन 
क्रेशर संचालकों द्वारा अपने निजी हित के लिये तालाब की पाल को तोड़कर निकाला रास्ता
बाड़मेर।
जहां एक तरफ राजस्थान सरकार द्वारा मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन योजना के तहत पानी सरक्षित किये जाने के बेहतरीन कार्य किये जा रहे है वहीं दूसरी तरफ बाड़मेर से 3 किलोमीटर दूरी पर लंगेरा गांव में स्थित गवाई तालाब, जो ग्राम लंगेरा का कई सदीयांे से पानी का एकमात्र मुख्य उपयोगी स्त्रोत है। जिस पर क्रेषर मालिकों द्वारा तालाब की पाल को तोड़कर अवैध रास्ते का निर्माण किया गया है। इस तालाब पर नरेगा योजना के तहत लाखों रूपये के बजट से इसका निर्माण कार्य करवाया गया लेकिन इन क्रेषर मालिकों द्वारा अपने निजी हित रायल्टी बचाने एवं खनिज विभाग से बचने के लिए, आॅवरलोड वाहन चलाने के लिए तालाब मैं अवैध रूप से तालब की बड़ी पाल को तोड़कर रास्ता निकाल कर अपनी सामग्री परिवहन कर रहे है। तालाब की पाल तोड़ने से भारी बारिष होने से गांव को जान माल का खतरा है। ग्रामीणों ने यह भी चेताया कि अगर बरसात ज्यादा होने से पानी से ग्रामीणों को नुकसान हुआ तो समस्त जिम्मेदारी जिला प्रषासन की होगी। इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा जिला कलेक्टर को भी पूर्व मंे भी ज्ञापन के माध्यम से स्थिति के बारे में अवगत करवाया जा चुका है। 
बुधवार को बाड़मेर जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने मौका स्थिति का निरीक्षण किया गया और इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों द्वारा इकठ्ठा होकर सांसद को वस्तुस्थिति के बारे में अवगत कराया और जल्द कार्यवाही की मांग की। प्रत्युतर मंे सांसद ने ग्रामीणों को आष्वस्त किया जो आपके साथ अन्याय हुआ है इसके जल्द समाधान हेतू राजस्थान सरकार तक पहुंचाकर जल्द समाधान किया जायेगा। 
इस दौरान आटी सरपंच रणजीत कुमार, वार्ड पंच थानसिंह, राजुसिंह, निम्बसिंह, नारायणसिंह, गुमानसिंह, खीमसिंह, प्रभूसिंह, उगमंिसंह राणा राजपूत, जसराज, मेहराराम भील, तुलससिंह, पदमंिसह राठौड़, बलवन्तसिंह, भंवरसिंह, श्रवणसिंह, बाबुसिंह, लक्ष्मणंिसह, दलपतसिंह सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे।

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