राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से बचपन पर छायेगी ख़ुशी : रावत

मंहगे और निजी अस्पतालो में होगा जन्मजात विक्रति वाले बच्चो का निशुल्क ईलाज, कार्यक्रम का दूसरा चरण शुरू
बाड़मेर
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 0-19 साल तक के बच्चो में पाई जाने वाली जन्मजात शारीरिक विक्रति, मानसिक बीमारी सहित सामान्य एवं गंभीर बीमारियों का उपचार सरकार महंगे और निजी अस्पतालों में निशुल्क करवाएगी | मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह बिस्ट ने बताया कि जिले में स्क्रिनिंग के लिए आठ खंडो में 9 मोबाईल हेल्थ टीमो का गठन किया गया है | जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला नोडल अधिकारी आरबीएसके डॉ पंकज खुराना ने बताया कि ये मोबाईल हेल्थ टीम जिले में माइक्रोप्लान के अनुसार सरकारी स्कुलो एवं आगनवाडी केन्द्रों पर जाकर स्क्रिनिंग करेगी | जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया कि स्क्रिनिंग स्क्रिनिंग में पाई गई
सामान्य बीमारियों का ईलाज सीएचसी एवं जिला स्तर पर जन्मजात शारीरिक विक्रत, मानसिक गंभीर बीमारियों के लिए रेफर किया जायेगा | 

इन बीमारियों की होगी स्क्रिनिंग

जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 0-19 वर्ष के बच्चो में पाई जाने वाली 30 प्रकार की बीमारियों का उपचार किया जा रहा है | कार्यक्रम में शारीरिक विक्रति, मानसिक रोग, जन्मजात कटे होतो, तालू का न होना, गल्गेंडा रोग, चर्म रोग, कण की बीमारी, हर्दय रोग, दांतों की बीमारी, एवं कुपोषण आदि का निशुल्क उपचार किया जायेगा |

मोबाईल हेल्थ टीम रवाना

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय जयपुर के सहायक निदेषक आर.सी.रावत एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह बिस्ट ने जिला स्वास्थ्य भवन से प्रात: 10 बजे खण्ड बाड़मेर की मोबाईल हेल्थ टीम को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया | जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की जिले में 9 आरबीएसके टीम प्रत्येक खण्ड में 0 से 19 वर्ष के बच्चो की स्क्रिनिंग एवं आवश्यक जाँच की जायेगी | भाटी ने बताया की इन मोबाईल हेल्थ टीमो को जिला स्तर पर 5 दिन का प्रशिक्षण दिया जा चूका है |

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