मुझे जेल में डालना है तो डालो मगर लोगो के काम तो करो : विधायक मेवाराम 
बाड़मेर। 
बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने बुधवार को प्रेस वार्ता में राज्य सरकार और प्रशासन को जमकर आड़े हाथो लेते हुए कहा की शहर से लेकर गांवों तक सब जगह हालात विकट है। लोग परेशान हैं। पीने का पानी व चारा नहीं है। पुराने मामलों की जांच के बहाने बाड़मेर नगरपरिषद में आमजन के काम नहीं होने दिए जा रहे हैं। यह सब मुझे निशाना बनाने के मकसद से हो रहा है। मेरे सरपंच से लेकर नगर पालिका कार्यकाल तक की कई बार जाँच करवा दी गई और हर बार जाँच में निर्दोष साबित हुआ। लेकिन मेरा कहना है कि यदि मुझे जेल में डालना है तो भले ही जेल में डाल दो, लेकिन लोगों के काम को मत रोको और गरीब जनता के काम तो करो। गरीब जनता ने किसी का क्या बिगाड़ा है, उसे राहत व विकास की जरूरत है।
पेयजल एवम् पशुओं के चारे को लेकर त्राहि त्राहि
जिले में पेयजल की समस्या को लेकर स्थिति भयावह बनी हुई है।सरकार इसको लेकर गंभीर नहीं है।ग्रामीण क्षेत्रो में जगह जगह ट्यूबबेल बन्द पड़े है,हैण्डपम्प खराब है होदिये सुखी पड़ी है लेकिन् सरकार द्वारा इसको लेकर गम्भीरता नहीं दिखाई जा रही है।बाड़मेर लिफ्ट केनाल का कार्य बहुत ही धीमी गति से चल रहा है।सरकार की इच्छा शक्ति होती तो आज तक नहर का मीठा पानी सरणु,चवा,सरली सहित इन गाँवो में कभी का पहुँच गया होता।जो पाइप अब हमारे राज में डाले उनको अभी तक जमीन में तक नहीं डाल पाये।
पेयजल उपलब्ध् कराना तो दूर उलटें पानी के नाम पर मुकदमे दर्ज करवा रही है सरकार-पानी जैसे सवेदनशील मामले में राजनीती कर रही है पेयजल सप्लाई तो दूर की बात उल्टा गाँव के गरीब लोगो पर अवैध कनेक्शन का आरोप लगाकर झूठे मुकदमे दर्ज करवा रही है जबकि हकीकत में विभाग के स्रोत खराब पड़े है जो ठीक हो नहीं रहे है।नागाणा योजना में ट्यूबबेल खराब होने से पूनियों की होदी में पर्याप्त सप्लाई नहीं हो रही है।जैन ने कहा कि नियम सबके लिए समान होते है क्या विभाग ने जहाँ कनेक्शन काटे है वहा टेल तक पानी पहुँच गया है अगर नहीं तो फिर जनता को क्यों परेशान किया जा रहा है।क्या अब सभी कनेक्शन काट दिए है या अभी कोई और है।मेरी मांग है सरकार से ग्राम कुडला,गालाबेरी,बांदरा,भाडखा,उत्तरलाई सहित जिन गाँवो में जो गरीब जनता पर मुकदमे दर्ज करवाये है उनको सरकार वापिस ले।
ग्रामीण क्षेत्रो में सरकार पशु शिविर खोले
बाड़मेर में अकाल की स्थिति है गोवंश के बुरे हालात है।अपने आप को गायों की हितेशी कहने वाली सरकार गोवंश के लिए कुछ नहीं कर रही है।गाये मर रही है सरकारी सवेदनहीनता की हद हो गई है।सरकार से मेरी मांग है कि प्रत्येक राजस्व गाँव में तत्काल पशु शिविर खोले जाये एवम् पूर्व में कई ग्राम पंचायतो के शिविरो के बकाया भुगतान को तुरन्त करे।
बदले की भावना से कार्य कर रही है सरकार
प्रदेश की बीजेपी सरकार बदले की भावना से ओछी राजनीती कर रही है।पिछले एक वर्ष से पूरी सरकार इस कार्य में लगी हुई है कि मेवाराम जैन को कैसे उलझाया जाये।इसको लेकर मेरे 1982 सरपंच कार्यकाल से लेकर नगरपालिका अध्यक्ष तक के कार्यो की जांच करवा रही है।कई टीमें साल भर से दौरा कर रही है।जोधपुर पुलिस कमिश्नर से जांच करवाई जा रही है।
सरकार बदले की राजनीती कर रही है, जाँच के बाद हर बार निर्दोष  
मेरा सरकार से सवाल है कि आप जो बदले की राजनीती से जांच के नाम पर बाड़मेर का विकास ठप कर रहे हो यह कौन करा रहा है यह भी बाड़मेर की जनता जानती है।सरकार अधिकारियो पर दवाब बनाकर किसी भी तरीके से बाड़मेर विधायक को कैसे फसाया जाये।यह वही लोग है जो मुझे चेयरमैन के समय से परेशान कर रहे है जिन मुद्दों को लेकर आज यह जाँचे कराई जा रही है उन सब में मुझे माननीय उच्चतम न्यायालय,उच्च न्यायालय,एसीबी,पुलिस,सभागीय आयुक्त द्वारा जांच की जा चुकी है जिसमे मुझे कही दोषी नहीं माना है और मुझे निर्दोष माना है।
मैंने एक भी रुपया भ्र्ष्टाचार के लिए है तो राजनीती से सन्यास 
मैंने पूर्व में भी सावर्जनिक रूप से प्रेस वार्ता एवम् अन्य मंचो से कहा था और आज भी बड़े अदब से कह रहा हूँ कि मेरे सरपंच कार्यकाल से लेकर चेयरमैन एवम् विधायक तक कोई भी यह साबित करे कि किसी से मैंने एक भी रुपया अथवा भ्र्ष्टाचार के लिए है तो में राजनीती से सन्यास ले लूँगा।
साथ ही मेरा आगाह है कि आप जितने ओच्छे हथकंडे अपनाने है मेरा जीवन बाड़मेर के लिए है बाड़मेर के विकास जिंदगी के अंतिम समय तक संघर्ष करता रहूँगा ।बाड़मेर की जनता मेरे साथ में है।
सरकार जांच कराये बाड़मेर सांसद की जिन्होने सरकारी भूमि पर अपनी धर्मपत्नी के नाम से फर्जी पट्टे जारी करवाये विधि विरुद्ध काम किया।रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण,कटाण रास्ते पर अतिक्रमण कर पूरा फर्जीवाड़े का खेल खेला गया उसकी भी जांच सरकार कराये।
सांसद अपने पट्टो की जाँच करवाए 
क्या सांसद बाड़मेर की आधी आबादी जो सरकारी जमीन पर बसी हुई है उसको हटाना चाहते है अगर सांसद में हिम्मत है तो अपनी लिखी हुई वह सब चिठिया सावर्जनिक करे जो उन्होंने बाड़मेर की जनता को परेशान करने के लिए लिखी है।पुरे एक वर्ष से नगरपरिषद का कार्य ठप पड़ा है,गाँवो में सरपंचो के खिलाफ झूठी शिकायते कर रहे है क्या बाड़मेर की जनता ने उनको इसलिए चुन के भेजा है।
सरपंचों के साथ धोखा 
पहले सरपंचो से झूठेवादे किये अब बना गले की फांस-अगर आपके हाथ की बात नहीं थी तो प्रदेश के सरपंचो से नरेगा में टेंडर खत्म करने का वादा नहीं करते ।सरकार अपने वादे पर खरी उतरे और टेंडर खत्म करे।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top