बाड़मेर खान श्रमिकों के कल्याण हेतु आगामी बजट में प्रावधान करने की मांग
बाड़मेर 
खान मंत्री राजकुमार रिणवा राजस्थान सरकार के बाड़मेर प्रवास के दौरान सर्किट हाउस में कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के प्रतिनिधि मण्डल ने खान श्रमिकों के कल्याण हेतु आगामी बजट में प्रावधान करने की मांग की, मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने खान मंत्री को बताया कि आजादी के बाद अब तक किसी भी सरकार ने खान श्रमिकों के कल्याण हेतू कोई प्रावधान नहीं किया तथा जोखिम पूर्ण कार्य करने वाला खान श्रमिक खनन करते वक्त हादसो में मर जाता है या स्थायी विकलांग हो जाता है जिससे उसका पुरा परिवार अनाथ व बर्बाद हो जाता है मगर खान विभाग उसके आश्रितों को कोई सहायता नहीं देता है जिससे खान श्रमिक के परिवार बर्बाद हो जाता है। राज्य में लाखों खान श्रमिक राज्य सरकार को करोड़ों की आमदनी देता है। मगर राज्य सरकार खान श्रमिकों के कल्याण की तरफ ध्यान नहीं देती है। जिससे खान श्रमिक उपेक्षित है। मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने खान मंत्री राजकुमार रिणवा से खान श्रमिकों के कल्याण हेतू आगामी बजट मंे खान श्रमिकों को परिचय पत्र बनाने, आश्रित पुत्रों को षिक्षा सहायता, छात्रवृति देने, प्रसूति सहायता, पुत्रीयों के विवाह पर सहायता, खाद्य सुरक्षा से जोड़ने, भामाषाह स्वास्थ्य बीमा से जोड़ने, 60 वर्ष के बाद 2000 की मासिक पेंषन देने और खान श्रमिक की मृत्यु पर 5 लाख की सहायता देने तथा उनके पुत्रों को मेधावी छात्रवृति देने की योजना बनाने हेतु बजट में प्रावधान करने की मंाग की। जिससे राज्य के लाखों श्रमिकों का सषक्त सामाजिक विकास होगा। 
मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि पहाड़ों व उसकी खानों में काम करने वाले श्रमिक पहाड़ो पर पत्थर तोड़ते वक्त, पत्थर निकालते वक्त या अन्य खनिज निकालते वक्त अक्सर दुघर्टना का षिकार हो जाता है। ऐसे लाखों लोग हादसों में मर गये मगर किसी भी खान श्रमिक को आज दिन तक खान विभाग ने सहायता नहीं दी है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। 
मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने बाड़मेर जिले में सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को तत्काल सहायता दिलवाने की मांग की तथा सिलिकोसिस बोर्ड द्वारा जारी प्रमाण पत्र की पुष्टि प्रिसींपल मेडिकल काॅलेज से करवाने की अनिवार्यता समाप्त करवाने की मांग की। सिलिकोसिस से आये दिन लोग मर रहे है। उनके स्वास्थ्य व सुरक्षा की माकूल व्यवस्था की मांग की। 

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