गोगामेड़ी के ऐतिहासिक मंदिर को मिलेगी विश्व स्तर पर पहचान - मुख्यमंत्री
जयपुर। 
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि गोगामेड़ी का ऐतिहासिक मंदिर प्रस्तावित विस्तार और जीर्णोद्घार कार्यों के बाद देश-विदेश में प्रसिद्घ हो जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार 18 करोड़ रुपये की लागत से गोगामेड़ी के इस मंदिर का निर्माण कर रही है, जिसे लोग दूर-दूर से देखने आएंगे।
राजे मंगलवार को हनुमानगढ़ जिले की नोहर तहसील में स्थित गोगामेड़ी मंदिर के मास्टर प्लान के अनुसार निर्माण कार्यों का शिलान्यास करने के बाद आयोजित सभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि गोगामेड़ी मंदिर में दर्शन करने के लिए यूपी मध्यप्रदेश, हरियाणा समेत कई राज्यों के लोग यहां आते हैं, निर्माण कार्य पूरा होने के बाद जब लोग यहां आएंगे, तो इसकी भव्यता को देखते ही रह जाएंगे। उन्होंने बताया कि 4 करोड़ रुपये के विकास कार्य शुरू हो चुके हंै। उन्होंने बताया कि वीर गोगाजी के पैनोरमा का कार्य हमने पिछली बार किया था।
मुख्यमंत्री ने लोगों से भी मंदिर निर्माण में सहयोग करने की अपील करते हुए बताया कि उनके पास चंडीगढ़ के एक दंपत्ति की आठ महीने पहले एक चि_ी आई थी, जिसमें उन्होंने गोगामेड़ी मंदिर निर्माण कार्य में 5 लाख रुपए देने की बात लिखी थी। और आज वो 5 लाख का चैक देने यहां पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ से आए बसंत और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कमलेश को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया।
जब मुख्यमंत्री ने मंच पर बैठे लोगों से मंदिर निर्माण में सहयोग की अपील की तो नोहर प्रधान श्री अमर सिंह पूनियां ने 20 लाख रुपये और जिला परिषद ने भी 20 लाख रुपए देने की घोषणा कर दी। गोरखटीला के महंत श्री रूपनाथ ने भी 11 लाख रुपए का चैक मुख्यमंत्री को देते हुए आगे भी सहयोग करने की बात कही। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए चूरू सांसद 25 लाख रुपये, हनुमानगढ़ जिले के विधायक 15-15 लाख रुपए देने की घोषणा कर चुके हैं। इस प्रकार पूजा स्वरूप कोई भी व्यक्ति एक रुपए से लेकर जितना भी योगदान देना चाहे, वो इसमें दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी कार्य एक व्यक्ति नहीं कर सकता, सबके साथ की जरूरत होती है।
राजे ने कहा कि लोग इतिहास और देवी-देवताओं को भूल जाते हैं लेकिन हम लोगों को देवी देवताओं के ऐतिहासिक इतिहास को याद कराएंगे। सरकार डूंगरपुर में कालीबाई, रामदेवरा में रामदेवजी, मीराबाई का स्मारक, बूढा पुष्कर, भरतपुर में महाराणा सूरजमल, राणा सांगा, बेणेश्वर धाम, पीपासर में जांभो जी का पैनोरमा समेत हर जिले में कार्य करवाए जा रहे हैं। नाथद्वारा जैसे 13 स्मारक राज्य में बनाने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार राज्य की जनता पर 2 लाख करोड़ रुपये का कर्जा छोड़ कर गई थी जबकि हम 8 हजार करोड़ रुपये बैंक खाते में छोड़ कर गए थे। लेकिन फिर भी हमने कभी नहीं कहा कि पैसा नहीं है। हमने सभी को खुश रखने की कोशिश की है। लेकिन कोई भी कार्य करते हैं, तो उसमें समय लगता है। हम अपना घर भी बनाते हैं, तो वो एक साल में अच्छे से तैयार नहीं हो सकता।
राजे ने कहा कि हम ऐसे कार्य हाथ मे ले रहे हैं, जो एक साल में पूरे हो जाएं और लोगों को उसका फायदा भी मिले। उन्होंने कहा कि हम 12-12 घंटे काम कर रहे हैं। फिर भी विपक्ष के लोग कानाफूसी करने से नहीं चूकते।
जनता को सरकार के खिलाफ भड़काने से नहीं चूकते। खुद तो काम करना नहीं, दूसरों को भी भड़का दो। लेकिन आपको कानाफूसी में नहीं आना है। रिफाइनरी को लेकर कुछ लोग कानाफूसी करते हैं, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल में इसे चालू क्यों नहीं कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुमानगढ़ जिले में 200-300 करोड़ रुपये के कार्य या तो हो चुके हैं या चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिले में पानी की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
राजस्थान धरोहर संरक्षण प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि गोगामेड़ी मंदिर मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है और वह इसे सर्वश्रेष्ठ तीर्थ के रूप में विकसित करना चाहती हंै। इसमें सबसे सहयोग की भी आवश्यकता होगी। इस दौरान भादरा विधायक संजीव बेनीवाल ने मंच से पैनोरमा में शेड निर्माण के लिए 10 लाख रुपये और मंदिर निर्माण में 15 लाख रुपये देने की घोषणा की। नगर परिषद के पूर्व सभापति अमर सिंह राठौड़ ने एक लाख रुपये तथा नगर परिषद की उपसभापति नगीना बाई ने 50 हजार रुपये देने की घोषणा की।
जल संसाधन मंत्री डॉ.रामप्रताप ने कहा कि जल संसाधन विभाग में अगले तीन साल में ऐतिहासिक कार्य होंगे। इरीगेशन सिस्टम बहुत पिछड़ा हुआ था, जिसे ठीक किया जा रहा है। उन्होंने गोगामेड़ी मंदिर के लिए मुख्यमंत्री की ओर से 18 करोड़ रुपये के बजट स्वीकृति पर धन्यवाद ज्ञापित किया। इससे पहले विधायक अशोक परनामी, अभिषेक मटोरिया, श्रीमती द्रोपदी मेघवाल, श्री कृष्ण कड़वा एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी सभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद सीधे गोगामेड़ी मंदिर पहुंचीं और गोगाजी की पूजा अर्चना की। उसके बाद उन्होंने मंदिर के विस्तार कार्यों का शिलान्यास किया। फिर श्रीमती राजे वीर गोगाजी की पैनोरमा होते हुए गोरखटीला पहुंचीं और वहां गोरखनाथ जी मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने समारोह समाप्त होने के बाद करीब एक घंटे तक लोगों की समस्याएं सुनीं और मौके पर ही उनके निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने संगरिया कृषि विज्ञान केन्द्र, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय तथा हनुमानगढ़ कृषि विभाग की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी को देखा एवं बाजरे के बिस्कुट चाव से खाए।
गोगामेड़ी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रागंण में हुए समारोह में राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी, देवस्थान राज्य मंत्री ओटाराम देवासी, चूरू सांसद राहुल कस्वा, अनेक जनप्रतिनिधि, बीकानेर संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार, आईजी डॉ.गिर्राज मीणा, जिला कलक्टर रामनिवास, एसपी श्री गौरव यादव, आईपीएस श्रीमती राशि डोगरा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

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