कुशल वाटिका में हुआ पैदल यात्रा संघ का भव्य स्वागत, सभापति ने की शिरकत 
बाड़मेर ।
प.पू. वसी मालाणी रत्न षिरोमणि ब्रह्मसर तीर्थोद्वारक मुनि मनोज्ञ सागर जी म.सा. की पावन निश्रा में मनोज्ञ मण्डल बाडमेर द्वारा आराधना भवन से कुषल वाटिका पैदल यात्र संघ का भव्य आयोजन हुआ।
,खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष रतनलाल संखलेचा ने बताया कि मुनि मनोज्ञ सागर जी म.सा. की पावन निश्रा में मंगलाचरण कर श्री जिन कान्तिसागर सूरि आराधना भवन से प्रातः 9 बजे गाजे-बाजे,बैण्ड,ढोल-नगाडों के साथ कुषल वाटिका के लिए हजारों श्रद्वालुओं सहित पैदल यात्रा संघ रवाना हुआ।
पैदल यात्रा संघ में सबसे आगे ,बैण्ड, व ढोल वादक पूज्य गुरूदेव के श्रावक वर्ग , व हजारों महिलाएं व पुरूष क्रमबद चल रहे थे।पैदल यात्रा संघ का जगह-जगह पर चावलों की रंगोली के साथ स्वागत किया गया।पैदल यात्रा संघ को देखने के लिए हर जगह हजारो ंश्रावक -श्राविकाए खडे थे व बैड की धुन पर व ढोल-नगाडों के साथ हजारों भक्त नाचते-गाते हुए जयकारो के साथ चल रहे थे।
खरतरगच्छ संघ के महामंत्री केवलचन्द छाजेड ने बताया कि पैदल यात्रा संघ आराधना भवन से रवाना होकर प्रताप जी की पोल,करमु जी की गली, महाबार रोड,रेन बसेरा,चोहटन चैराहा होते हुए कुषल बाटिका पहुंचा। कुषल वाटिका प्रतिष्ठा के बाद प्रथम बार प.पू. मुनि मनोज्ञ सागर जी म.सा. पैदल यात्रा संघ के साथ कुषल बाटिका पहुंचने पर मुख्य द्वार पर कुषल वाटिका ट्रस्ट मण्डल व कुषल वाटिका महिला परिषद , द्वारा सामैया व चावलों से वधाकर धूम-धाम व गर्मजोषी के साथ भव्य स्वागत किया गया।
गुरूदेव मनोज्ञ सागर जी म.सा. के साथ हजारों श्रदालुओं ने मुनिसुव्रत स्वामी व दादावाडी, नवग्रह मन्दिर व जिन मन्दिरों में दर्षन-वंदन कर मांगलिक श्रवण करवाया गया।उसके बाद पैदल यात्रा संघ धर्म सभा में परिवर्तित हुआ।
धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए प.पू. आर्यरत्न सागर जी म.सा. ने कहा कि मुनिसुव्रत स्वामी भगवान के प्रति श्रद्वालुओं की अटूट श्रद्वा है,श्रद्वा आस्था के कारण ही आज यहां मेंला जैसा वातावरण है।हर श्रद्वालु को भाव-पूर्वक दर्षन-वंदन करना चाहिए।
प.प.ू मनोज्ञ सागर जी म.सा. ने कहा कि जैन धर्म के बीसवें तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी भगवान के दर्षन -वंदन करने से ष्षनि की दषा निवारण होता है।षनिवार को यहां पर हर श्रद्वालु अपनी मन्नत के साथ भव-पूर्वक सेवा पूजा करता है तो दादा उसकी मनोकामना पूर्ण करता है। 
कुषल वाटिका टस्ट के कोषाध्यक्ष बाबूलाल टी बोथरा ने बताया कि प्रवचन के बाद पैदल यात्रा सघ में पधारे हजारों श्रद्वालुओं के स्वामीभक्ति(भोजन)की व्यवस्था मनोज्ञ मण्डल बाडमेर द्वारा की गई।इसके बाद कुषल वाटिका टस्ट मण्डल द्वारा स्वामी भक्ति के लाभार्थी मनोज्ञ मण्डल का साफा ,तिलक व माला से अभिनन्दन किया गया।बोथरा ने बताया कि पैदल यात्रा संघ में पाष्र्व मण्डल,जिनषासन विहार सेवा ग्रुप व कुषल वाटिका युवा परिषद ,कुषल वाटिका बालिका मण्डल,कुषल दर्षन मित्र मण्डल ब्रह्मसर ग्रुप व अन्य मण्डलों ं का सहयोग सराहनीय रहा।
मुनि मनोज्ञ सागर आज कुषल वाटिका में
पूज्य गुरूदेव मुनि मनोज्ञ सागर जी म.सा. रविवार को कुषल वाटिका में विराजमान रहेंगे एवम सम्पूर्ण कुषल वाटिका परिसर कस अवलोकन करेगें।उसके बाद पालीतणा की तरफ विहार करेंगें।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top