गोपाष्टमी पर गौ भक्ति से सरोबार हुआ जैसलमेर
जैसलमेर।
आज गोपाष्टमी के अवसर पर गौ पूजन एवं गौरज संकलन समिति द्वारा निर्धारित कार्यक्रम आसरी मठ में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम कि जानकारी देते हुए नगर प्रचार प्रमुख गिरवरसिंह ने बताया कि नगर जैसलमेर में हुए गौ पूजन एवं गौरज संकलन कार्यक्रमों की कडी का अन्तिम भव्य कार्यक्रम गड़ीसर के पास स्थित आसरी मठ में रखा गया इस हेतू पूर्व निर्धारित स्थलों यथा गणेष मन्दिर अमरसागर गेट एवं कालेडंुगर राय मन्दिर आर.पी.काॅलानी से भव्य शोभा यात्रा दोपहर 2ः30 बजे आरम्भ हुई गणेष मन्दिर शोभायात्रा में वि.हि.प जिलाध्यक्ष अनोपसिंह, पाषर्द श्रीमती देवकी राठौड़,चन्द्रप्रकाष शारदा,महेष शर्मा,महीप भाटिया,इन्द्र भाटिया जबकि कालेडुगंर राय मन्दिर से शुरु शौभा यात्रा में नगर परिषद सभापति श्रीमती कविता कैलाष खत्री,उपसभापति श्री रमेष जीनगर,श्रीमती मनोरमा वैष्णव उपस्थित रही। दोनो शोभा यात्राओ में सैकड़ो गौभक्त,सजधज कर चल रही सैकड़ो कलषधारी बालिकाऐं,मातृ शक्ति उपस्थित थी।
दोनो शोभायात्राऐ नियत स्थानों से गुजरी जहाॅ मार्ग में विभ्भिन गौ भक्तों द्वार स्वागत हेतू स्वागत द्वार लगाये गये थे,रंगोलिया सजाई गयी तथा पूरे रास्ते भर गौ भक्तों द्वारा पुष्प वर्षा की गई इस दोरान स्वंयसेवको की युवा टोलियों द्वारा लगाये जा रहे जयकारो ने नगर को गौ भक्ति के ओगोष में ले लिया। कलष यात्रा के मुख्य मार्गो पर बालिकाओं एवं गौ भक्तिों के लिये जलपान की व्यवस्था की गई थी।
शनिष्चर मन्दिर गड़ीसर गेट के पास उस समय गौ भक्त एवं नागरिक आष्र्चयचकित एवं हर्षोल्लास्ति हो गये जब 3ः17 बजे दोनो शोभायात्राओं का संगम हुआ तथा अब एक शोभायात्रा आसरी मठ की ओर गौपूजा एवं गौरज संकल्प हेतू रवाना हुई।
कार्यक्रम स्थल पर विभ्भिन समाजों के आठ यजमानो की उपस्थिति ने विराट हिन्दू संगम का दृष्य उत्पन्न सा कर दिया।
गायत्री परिवार के विद्वान पण्डि़त चेनाराम एवं विदुषी मनीषा छंगाणी द्वारा सभी यजमानो को सपत्नीक सवत्स गौमाताओं एवं नंदी के समक्ष बिठाकर वैदिक मंत्रोचार किया गया पूजा मेंओम पालीवाल,नरेश आचार्य, मुकेश जोशी, मनीष आचार्य, मेहताबसिंह व चिराग भाटिया ने सहयोग दिया।
गौ पूजा के दोरान सभी गौमाताओं व नन्दी का शृगांर किया गया,तिलक किया गया उन्हें चुनरी ओठाई एवं गले में मालायें पहनाई गई सभी महिला यजमानो ने गौवत्स का शृगांर पूर्ण किया इस दोरान हुए यज्ञ में सभी यजमानों एवं उपस्थित गौ भक्तो ने गौहितार्थ एवं विष्व कल्याण के निमित्त आहुतियां दी। संध के जिला प्रचारक इन्द्रसिंह द्वारा गौमाता की आरती गायन के साथ सभी गौ भक्त मदमस्त हो गये।
गौ आरती व गौरज संकलन के पश्चात मंच पर उपस्थित संत षिवसुख नाथ जी ने कृष्ण भजन की सरिता प्रवाहित की एवं गौपाष्टमी पर गाय माता के भजन का सत्संग करवाया इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख बौद्विककर्ता जेठूदान चारण ने बताया कि गाय का पूजन सनातन काल से ही हो रहा था किन्तु आज के इस भौतिक युग में हमने गौमाता को मात्र अर्थोपार्जन तक सीमित कर दिया है,जबकि पूर्व में इसी गौमाता की रक्षा हेतु अनेक वीरो एवं जुझारो ने अपना बलिदान दिया,उन्होने गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध की मांग की साथ ही उन गौ मलिकों जिन्होने अपनी गायो एवं बेलो को असहाय छोड़ दिया है को गैरजिम्मेवार नागरिक बताया।
मंच पर उपस्थित नगर संरक्षक हरिराम खत्री ने गौ संरक्षण का सन्देष दिया। कार्यक्रम के अन्त में नगर संयोजक मानव व्यास ने सभी आगन्तुक गौ भक्त तथा कार्यक्रम में सहयोगी रहे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संध के स्वंयसेवको का आभार व्यकत किया। मंच संचालन यादव पुरोहित ने किया।

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