मुख्यमंत्री ने किया औचक निरीक्षण

बाड़मेर।
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे शनिवार को बिना किसी लवाजमे के प्रातः बाड़मेर शहर में कई स्थानों पर अचानक पहुंची और उन्होंने सरकारी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। श्रीमती राजे ने औचक निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से साफ-साफ कहा कि आप लोग यह न सोचे की बाड़मेर बहुत दूर है जहां कोई आयेगा ही नहीं और कुछ भी करते रहंे। 
मुख्यमंत्री ने अपनी इस सडन विजिट में नेशनल हाईवे पर उतरलाई के नजदीक बन रहे नाले का निरीक्षण किया जिसका निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी करवा रहा है। मुख्यमंत्री यहां घटिया निर्माण एवं इस कार्य में बरती जा रही लापरवाही से बेहद नाराज हुई और उन्होने मौके पर ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों को बुलाकर डांट लगाई। उन्होंने साफ कहा कि लापरवाही और भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश भी दिए। 

जनता की गाढी कमाई से आता है सामान

इसके बाद मुख्यमंत्री अचानक महावीर नगर स्थित जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के दफ्तर पहुंच गई। जहां जर्जर पेयजल टैंक को देखकर वो बेहद नाराज हुईं। उन्होंने इस टंकी से पेयजल निकलवाकर मौके पर ही उसकी गुणवत्ता की जांच करवाई। पेयजल शुद्ध पाया गया। वहां बिखरे पडे़ पाईप एवं अन्य सामान के बारे में मुख्यमंत्री ने पूछताछ की और स्टॉक रजिस्टर भी देखा। श्रीमती राजे ने कहा कि यह सब सामान जनता की गाढी कमाई का है इसका स्टॉक रजिस्टर में इंद्राज होने के साथ सही उपयोग होना चाहिए। 

कागजों में नहीं धरातल पर मिलनी चाहिए बिजली

मुख्यमंत्री इसके बाद आकाशवाणी रोड पर जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंच गईं। यहां उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से बाड़मेर जिले की बिजली आपूर्ति की स्थिति के बारे में जानकारी मांगी। मौके पर मौजूद जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की एमडी आरती डोगरा ने जब यह कहा कि बाड़मेर जिले में बिजली आपूर्ति ठीक हो रही है तो मुख्यमंत्री ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि हमारे कार्यकर्ता तो कह रहे हैं कि बिजली की स्थिति बहुत ज्यादा अच्छी नहीं है। ट्रिपिंग की समस्या है। ट्रांसफार्मर समय पर नहीं बदले जा रहे। श्रीमती राजे ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में जल्दी ही आवश्यक सुधार होना चाहिए। बिजली आपकी कम्पनियों के कागजों में नहीं, धरातल पर मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने शहर में झूलते हुए विद्युत तारों को बदलकर भूमिगत विद्युत लाइन डालने का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के भी निर्देश दिए। 
इससे पूर्व मुख्यमंत्री उतरलाई रोड पर आईटीआई भवन को देखकर एकाएक रुक गई। इस भवन के आसपास व्याप्त गंदगी को देखकर उन्होंने नाराजगी जताई और कलक्टर को शहर में बेहतर साफ-सफाई के निर्देश दिए।

मनरेगा योजना में कराए महत्वपूर्ण कार्य

इसके बाद मुख्यमंत्री दुर्गम रास्तों से होते हुए राणी गांव के गांवाई तालाब पर मनरेगा के अन्तर्गत चल रहे नाड़ी खुदाई कार्य का निरीक्षण किया। यहां नदी क्षेत्र में नाड़ी की खुदाई का कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने इस पर कहा कि मनरेगा का उपयोग इंटरलोकिंग सड़क निर्माण, श्मशान घाट के रख-रखाव के साथ-साथ पंचायत भवन आदि के कार्याें में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नाड़ी खुदाई के काम में मनरेगा का पैसा खर्च करना व्यर्थ है। मुख्यमंत्री ने मनरेगा के माध्यम से खेतों की मेडबंदी करवाने की सलाह दी। उन्होंने गांव के सरपंच से कहा कि मनरेगा में लोगों को रोजगार देने के साथ किये गये कार्याें की गुणवत्ता व उपयोगिता भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।

सरकारी स्टॉक रजिस्टर हो ऑनलाइन-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने ’आपका जिला, आपकी सरकार’ कार्यक्रम के दौरान पेयजल विभाग, विद्युत कम्पनियों आदि के निरीक्षण के दौरान कहा पाया कि वहां रखे सामानांे का स्टॉक रजिस्टर में इंद्राज सही तरीके से नहीं किया जा रहा है तथा कई तरह के बहुमूल्य सामान बिना स्टॉक एन्ट्री के उपयोग में लाये जा रहे। 

उन्होंने इस पर गहरी नाराजगी जताई और संबंधित विभागों के अधिकारियों को सभी स्टॉक रजिस्टर ऑनलाइन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के समय में सारी जानकारी एक क्लिक से उपलब्ध हो जानी चाहिए। इससे सामानों की चोरी तथा गलत उपयोग को रोका जा सकेगा। 

मुख्यमंत्री ने सभी विभागों में कण्डम हो चुके वाहन, उपयोग में नहीं आने वाले सामान को भी बेवजह स्टोर में दर्शाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने ऐसे अनुपयोगी की एक साथ नीलामी कर निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे जगह की साफ सफाई भी हो सकेगी।

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