फिनलैंड तकनीक से होगी थार में सफाई 
बाड़मेर।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपना जिला अपनी सरकार के तहत तीन दिवसीय दौरे के दौरान बाड़मेर में सफाई व्यवस्था पर जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन पर नाराजगी जाहिर की और जिला प्रशासन को खरी खोटी सुनाई उससे सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने सफाई व्यवस्था को लेकर हरकत में नजर आया और बाड़मेर को कचरा मुक्त शहर बनाने की दिशा में जिला प्रशासन ने पहल करते हुए कचरे के सुनियोजित निस्तारण के लिए फिनलैंड तकनीक आधारित विशेष प्रकार के कचरा पात्र लगाए जाएंगे। 
प्रायोगिक तौर पर एक वार्ड से इसकी शुरूआत होगी। फिनलैंड की इस तकनीक में कचरे के निस्तारण के साथ अपशिष्टां का विभिन्न प्रकार से उपयोग भी किया जा सकेगा। इसको लेकर जिला मुख्यालय पर जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा, नगर परिषद अध्यक्ष लूणकरण बोथरा एवं विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियांे के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया गया।
जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कांफ्रेस में जागृति संस्थान के प्रतिनिधि अनिल त्रिपाठी ने प्रस्तुति देते हुए बताया कि फिनलेंड तकनीक ऐसी व्यवस्था है जिसमंे प्लास्टिक पर बिना प्रतिबंध लगाए उसका उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए फिनलैंड निर्मित अद्र्व भूमिगत कचरा पात्र लगाए जाएंगे। यह कचरा पात्र दस फीट गहरे गडडे में स्थापित किए जाते हैं। इसका चालीस फीसदी हिस्सा जमीन से बाहर से साठ फीसदी हिस्सा भूमिगत रहेगा। इस कचरा पात्र में 2 से 3 टन कचरा एकत्रित किया जा सकता है। इसमें  कचरा पोलिथिन के बैग में एकत्रित होता है, जिसको जेसीबी की मदद से ट्रक अथवा ट्रेक्टर में खाली करने के बाद निस्तारित किया जा सकता है। यह कचरा पात्र बीस वर्ष तक इस्तेमाल किया जा सकेगा। एक कचरा पात्र की कीमत 77400 रूपए है। इस दौरान त्रिपाठी ने बताया कि कचरे के अपशिष्टांे का विभिन्न प्रकार से उपयोग करने के लिए कई कंपनियां भी सहमत है। बैठक के दौरान नगर परिषद अध्यक्ष लूणकरण बोथरा, नगरपालिका आयुक्त श्रवण कुमार विश्नोई ने सफाई व्यवस्था को लेकर सुझाव दिए। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता ललित कीरी ने शहर में सफाई व्यवस्था संबंधित सुझाव देते हुए कचरे के समुचित निस्तारण के साथ व्यवसायिक विकल्प तलाशने की जरूरत जताई। प्रस्तुतिकरण के समय जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एस.के.बिष्ट समेत कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
अलग-अलग पोलिथिन बैग में एकत्रित होगा कचराः 
फिनलैंड आधारित इस तकनीक के तहत आमजन को अलग-अलग प्रकार के पोलिथिन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमंे अलग-अलग प्रकार का कचरा एकत्रित करने के बाद कचरा पात्र मंे डाला जाएगा।
पुष्कर बनेगा प्रथम कचरा मुक्त नगरः पुष्कर शहर मंे फिनलैंड तकनीक आधारित कचरा पात्र लगाए गए है। जागृति संस्थान के प्रतिनिधि अनिल त्रिपाठी ने बताया कि 31 दिसंबर 2015 तक पुष्कर शहर को कचरा मुक्त नगर बनाया जाएगा। इसके बाद वे देश भर के लोगांे को पुष्कर आमंत्रित करके वास्तविक स्थिति से रूबरू कराया जाएगा।
आमजन को जागरूक करने की जरूरत
शहर में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आमजन को जागरूक करने की जरूरत है। ताकि आमजन सफाई की महता को समझने के साथ स्वच्छ भारत मिशन में भागीदार बनें। जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने कांफ्रेस हाल में सफाई व्यवस्था संबंधित प्रस्तुतिकरण के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर ने कहा कि यह परिपाटी बन गई है कि कचरा संग्रहण के लिए कर्मचारी के नहीं आने पर आमजन अपने घर के आसपास कचरा फैंक देते है। इसको रोकने के लिए आमजन से समझाइश की जानी चाहिए। उंन्होने इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि फिनलैंड तकनीक आधारित कचरा पात्र प्रायोगिक तौर पर एक वार्ड में लगाए जाएंगे। इसके बाद अन्य वार्डाें मंे इसकी शुरूआत की जाएगी। 
लंदन से लौटे अब स्वच्छ भारत बनाने मंे जुटे
जागृति संस्थान से जुड़े अनिल त्रिपाठी कुछ साल पहले लंदन में थे। लंबे समय तक लंदन में रहने के बाद देश प्रेम इनको वापिस भारत खींच लाया। मौजूदा समय मंे पुष्कर मंे सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है।
त्रिपाठी ने बताया कि वे भारत मंे आकर कुछ विशेष करना चाहते थे। विदेश में कचरा फैलाने पर जुर्माना लगाने का प्रावधान है। चूंकि भारत मंे जुर्माना लगाने जैसी व्यवस्था करना काफी मुश्किल है। उन्होंने आमजन को स्वच्छ भारत मिशन से जोड़ने के लिए समझाइश के जरिए शुरूआत की। उनके साथ दीया और बाती सीरियल के साथ पुष्कर ब्रहाजी मंदिर ट्रस्ट समेत विभिन्न संगठनां ने कचरा पात्र लगाने मंे सहयोग किया। इसके उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे है।

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