बाड़मेर महापड़ाव के बाद जीती ग्रेड पे की जंग
उर्जा मंत्री ने दी सैद्धांतिक सहमति, एक माह में ग्रेड पे लागू करने का लिखित में आश्वासन, सिफारिश के लिए कमेटी गठित, हजारों कर्मचारियों में खुशी की लहर, आंदोलन समाप्त
बाड़मेर। 
आईटीआई प्रशिक्षित तकनीकी कर्मचारियों की ग्रेड पे 2400 करने की मांग को लेकर चल रही मांग के बीच अधिवेशन का आयोजन एवं उसके महापड़ाव मंे बदलने एवं टूल डाउन हड़ताल के कारण उत्पन्न हुई विद्युत व्यवधान के चलते सरकार को कर्मचारियों की मांगो के आगे झुकना पड़ा, और सरकार द्वारा एक माह में कर्मचारियों की मांगो को मानने की सैद्धांतिक सहमति दी। सरकार द्वारा इस संबंध मंे लिखित मंे आश्वासन देने के बाद कर्मचारियों ने अपना महापड़ाव एवं टूल डाउन सोमवार देर रात समाप्त कर दिया। वहीं इस एतिहासिक जीत दर्ज कर कर्मचारियों के मंगलवार को बाड़मेर पहुंचने पर कर्मचारियों द्वारा उनका जगह-जगह फूल मालाओं से स्वागत किया गया। 
कर्मचारी नेताओं का जगह-जगह स्वागत
प्रदेश प्रवक्ता रमेश पंवार ने बताया कि पिछले कई सालो से चली आ रही तकनीकी कर्मचारियों की ज्वलंत समस्या ग्रेड पे की मांग के माने जाने से ना सिर्फ बाड़मेर बल्कि पूरे प्रदेश में खुशी की लहर छा गई। बाड़मेर पहुंचने पर इन कर्मचारी नेताओं का जगह-जगह स्वागत किया गया। प्रदेश सचिव खीमकरण खींची, संभाग अध्यक्ष आईदानसिंह ईंदा, जिलाध्यक्ष हिंगलाजदान देथा, रमेश चौधरी, हनुमान विश्नोई, प्रकाश विश्नोई, चेतन जोगल, अशोक नामा, गणपत प्रजापत, राजेन्द्र सोनी, लिखमाराम, राजेन्द्र गुर्जर, जयपालसिंह, मदन भाटिया, दलाराम, नितिन जैन, सहित सैकड़ो कर्मचारियों के जयपुर से पचपदरा, बायतु, बाड़मेर, चौहटन, शिव एवं धोरीमन्ना पहुंचने पर वहां के कर्मचारियों ने ढ़ोल नगाड़े बजाकर एवं फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया।
पुलिस की कार्यवाही से उग्र हुआ आंदोलन
प्रदेश प्रवक्ता रमेश पंवार ने बताया कि राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन द्वारा ग्रेड पे 2400 करने की मांग को लेकर रविवार को जयपुर मंे प्रदेश स्तरीय द्वितीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था, लेकिन इस अधिवेशन में सरकार की ओर से किसी भी प्रतिनिधि के नहीं पहुंचने के कारण रविवार शाम अधिवेशन महापड़ाव और टूल डाउन मंे तब्दील हो गया। इस बीच सोमवार अलसुबह पुलिस ने जबरन कार्यवाही करते हुए अधिवेशन स्थल पर सो रहे एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर सहित करीब 19 नेताओं को हिरासत में ले लिया और अन्य कर्मचारियों पर लाठीचार्ज करते हुए भगा दिया। पुलिस की इस दमनकारी नीति के विरोध मंे कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होने अपना रूख उग्र करते हुए 400 केवी जीएसएस हीरापुरा में प्रवेश कर कब्जा जमाया एवं गिरफ्तार नेताओं की रिहाई की मांग की। कई घंटे तक मांगे नहीं मानने और कर्मचारियों के काम पर नहीं लौटने के कारण हीरापुरा सहित अन्य ग्रिड सब स्टेशनों की बिजली गुल हो गई और जयपुर शहर सहित कई शहर और कस्बे अंधेरे में डूब गए। इस बीच फिर से पुलिस ने कर्मचारियों को वहां से हटाने के लिए बल प्रयोग करने की कोशिश लेकिन कर्मचारियों द्वारा आत्मघाती कदम उठाने की चेतावनी दी गई जिसके बाद पुलिस और सरकार को झूकना पड़ा और कर्मचारी नेताओं की रिहाई के साथ ही वार्ता के लिए बुलाया।
एक माह में लागू होगी रिपोर्ट
इस मामले में सोमवार देर रात करीब 11 बजे उर्जा राज्य मंत्री पुष्पेन्द्रसिंह राणावत, उद्योग मंत्री गजेन्द्रंिसह खींवसर सहित डिस्कॉम प्रशासन ने कर्मचारी नेता पृथ्वीराज गुर्जर, कार्यकारी अध्यक्ष चेतन दवे, डी.एल. नागर सहित प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता की एवं कर्मचारियों की ग्रेड पे की मांग पर सैद्धांतिक सहमति दी और इसमें रही कमी को पूरा करने के लिए एक माह का समय मांगा। सरकार की ओर से इस संबंध मंे लिखित मंे कमेटी भी गठित की गई जिसमें प्रमुख शासन सचिव वित्त, सचिच जयपुर, संयुक्त निदेशक आरएण्डए जयपुर, मुख्य कार्मिक अधिकारी जयपुर अधिकारी शामिल हैं और यह एक माह में ग्रेड पे की मांग को लेकर रही कमी को पूरा करते हुए अपनी सिफारिश सरकार को सौपेगी और इसके बाद सरकार इस मांग को लागू करेगी। इस लिखित आश्वासन के बाद सोमवार देर रात करीब 1 बजे कर्मचारियों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया। 

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