बाड़मेर मुद्रा बैंक से बदलेगी छोटे उद्यमियो की तकदीर
बाड़मेर।
छोटे उद्यमियांे के लिए मुद्रा बैंक योजना वरदान साबित होगी। इसके जरिए छोटे उद्यमियांे को दस लाख रूपए तक का ऋण बिना गारंटी एक फीसदी प्रति माह की दर पर उपलब्ध कराया जाएगा। छोटे उद्यमियांे को आसानी से ऋण उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना की शुरूआत की थी। अब तक गारंटर के अभाव मंे छोटे-मोटे धंधांे से जुड़े लोग साहूकार से ऋण लेेने के लिए मजबूर होकर फंस जाते है।
मुद्रा बैंक की स्थापना के पीछे सरकार की मंशा है कि छोटे उद्यमियांे को व्यापार के लिए आसानी से ऋण मिले। देश का बहुत बड़ा तबका छोटे उद्यमांे से जुड़ा हुआ है, जिनको आमतौर पर बड़े बैंक कर्ज देने से कौताही बरतते है। ऐसे मंे केन्द्र सरकार ने मुद्रा बैंक स्थापित करने का निर्णय लिया। इससे छोटे उद्यमियांे को ऋण देने से सकल घरेलू उत्पाद बढ़ने के साथ आर्थिक वृद्वि तेज होगी। आमतौर पर माना जाता है कि छोटा-मोटा कारोबार करने वाले कर्जदार ऋण का समय पर भुगतान करते है। इस परंपरा को आगे बढाने एवं स्वरोजगार के अवसर बढाने के लिए मुद्रा बैंक की कल्पना करते हुए साकार रूप दिया गया। मुद्रा बैंक के जरिए तीन तरह के ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके तहत शिशु ऋण योजना मंे 50 हजार, किशोर योजना मंे 50 हजार से 5 लाख तथा तरूण योजना के तहत 5 से 10 लाख रूपए तक के ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे। 
क्या है मुद्रा बैंकः मुद्रा का पूरा नाम माइक्रो यूनिटस डेवलपमेंट फंड रिफाइनेंस एजेंसी है। इसके जरिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत छोटे उद्यमियों को 10 लाख रूपए तक के ऋण दिए जाएंगे। वित्तमंत्री अरूण जेटली ने बजट सत्र के दौरान बजट भाषण मंे मुद्रा बैंक की स्थापना की घोषणा की थी। उन्हांेने मुद्रा सुक्ष्म इकाई विकास एवं पुनर्वित एजंेसी बैंक खोलने का प्रस्ताव रखा था, जिसके पास 20 हजार करोड़ रूपए की राशि और 3 हजार करोड़ रूपए की साख गारंटी राशि होगी। मुद्रा बैंक बुनियादी तौर पर छोटी इकाइयांे को वित उपलब्ध कराने की नीति बनाने के साथ कर्ज देने के लिए राशि भी मुहैया कराएगी।
किसको मिलेगा ऋणः छोटी कारोबारी इकाइयां जो छोटे विनिर्माण, व्यापारिक एवं सेवा व्यवसायांे का संचालन करती है। इसमंे से 62 फीसदी इकाइयांे का स्वामित्व अजा, अजजा एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के हाथांे मंे है। कड़ी मेहनत करने वाले इन उद्यमियांे को ऋण लेने की औपचारिक प्रक्रिया के बारे मंे भी ज्यादा जानकारी नहीं है। ऐसे लोगांे को मुद्रा योजना मंे ऋ़ण लेकर कारोबार को आगे बढ़ाने का सुनहरा मौका मिलेगा। कर्ज देने के लिए अजा एवं अजजा उद्यमियांे को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे युवा, शिक्षित एवं कुशल कामगारांे मंे विश्वास बढ़ने के साथ वे प्रथम पीढ़ी के उद्यमी बनने के लिए प्रेरित होंगे। इसके अलावा मौजूदा छोटे कारोबारी भी अपनी गतिविधियांे का विस्तार करने मंे सक्षम होंगे। मुद्रा बैंक मंे ठेले, खोमचे वालांे के साथ अचार, पापड़ का व्यापार कर रही महिलाआंे, छोटी-मोटी दुकान, ब्यूटी पार्लर, मैकेनिक, दर्जी, कुम्हार तथा ऐसा ही छोटा-मोटा व्यापार करने वालांे को ऋण देने का प्रावधान है।
ऐसे कार्य करेगा मुद्रा बैंकः मुद्रा बैंक पंजीकृत छोटे उद्योगांे को सीधे तौर पर ऋण देगी। जबकि निचले स्तर के उद्यमियों के लिए मुद्रा बैंक अलग-अलग स्वयंसेवी संस्थाआंे की भी मदद ले सकती है। मुद्रा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बैंकांे ने नोडल अधिकारी नियुक्त किए है। अधिकाधिक लोगांे को इस योजना से लाभांवित करने के लिए 25 सितंबर से 2 अक्टूबर तक लोन मेले का आयोजन किया जा रहा है।
मुद्रा कार्ड को प्राथमिकताः पूरे देश मंे 25 सितंबर से प्रारंभ हो रहे मुद्रा बैंक के स्पेशल कैम्पेन के दौरान छोटे कारोबारियांे को मुद्रा कार्ड उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी जाएगी। मुद्रा कार्ड एक रूपे डेबिट कार्ड है जो कि छोटे कारोबारियांे की जरूरतांे को देखते हुए लांच किया गया है। इसके तहत कारोबारी को वर्किग कैपिटल की जरूरतांे के लिए ऋण लेने की जरूरत नहीं रहेगी। बैंक कारोबारी की रिपेमेंट क्षमता को देखते हुए प्री-लोडेड कार्ड जारी करेगा। जिसमंे तय लिमिट के आधार पर ऋण की राशि डाल दी जाएगी। मुद्रा कार्ड एटीएम की तरह कार्य करेगा। संबंधित कारोबारी उसके जरिए अपनी वर्किग कैपिटल की जरूरत को पूरा कर सकेगा। यह जनधन योजना के खाते से भी लिंक रहेगा।

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