डोर-टू-डोर सर्वे करने के निर्देश, चिकित्साकर्मियो के अवकाश पर रोक
मलेरिया पीएफ एवं डेंगू रोगी पाये जाने पर आसपास के घरों में पायरेथ्रम का फोकल स्प्रे करने के साथ आउटब्रेक की स्थिति में आवश्यक दवाइयां एवं रेपिड रेस्पोंस टीम की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देष दिए गए है।
बाड़मेर।
मौसमी बीमारियों की प्रभावी रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए है। मौसमी प्रभावित बीमारियांे से प्रभावित क्षेत्रांे मंे डोर-टू-डोर सर्वे एवं फोगिंग मषीनांे से छिड़काव कराया जा रहा है।
जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देषानुसार मलेरिया पीएफ एवं डेंगू रोगी पाये जाने पर आसपास के 50 घरों में पायरेथ्रम का फोकल स्प्रे करने के साथ आउटब्रेक की स्थिति में आवश्यक दवाइयां एवं चिकित्सकीय दल (रेपिड रेस्पोंस टीम) की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल नर्सिंग स्टॉफ का मुख्यालय पर ठहराव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। पानी भरने वाले समस्त स्थानों पर मच्छरों की रोकथाम के लिए एन्टीलार्वा गतिविधियों पर अधिक ध्यान देने एवं मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पानी के ठहराव वाले स्थानों पर एम.एल.ओ. डलवाने के निर्देश दिए गए है। पीने के पानी के टांकों में टेमीफोस डलवाने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं। 
चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्तः मलेरिया, डेंगू एवं अन्य मौसमी बीमारियों तथा पड़ौसी राज्यों में स्वाइन फ्लू की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इनकी रोकथाम की पुख्ता व्यवस्था के लिए चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त करने के साथ मुख्यालय पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।
टॉस्क फोर्स की बैठकें आयोजित होगीः राज्य सरकार ने जिला एवं ब्लाक स्तर पर गठित टास्क फोर्स की नियमित बैठकें आयोजित कर मौसमी बीमारियों एवं स्वाइन फ्लू की रोकथाम एवं उपचार की व्यवस्थाओं पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए है। जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं ब्लाक मुख्य चिकित्साधिकारी शामिल हैं। उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में गठित ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स ब्लाक मुख्य चिकित्साधिकारी एवं संबंधित सीएचसी एवं पीएचसी के प्रभारी चिकित्सक है। 
तत्काल पहुंचेगी रेपिड रेस्पोन्स टीमः ौसमी बीमारियों की प्रभावी एवं त्वरित उपचार के लिए राज्य जिला एवं ब्लाक स्तर पर गठित रेपिड रेस्पॉन्स टीमों का समुचित उपयोग करने के निर्देश दिए गए है। रेपिड रेस्पॉन्स टीम में शामिल चिकित्सकों के नाम व उनके मोबाइल नंबर वेबसाइट पर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। किसी भी क्षेत्र में मौसमी बीमारी का आउटब्रेक होने की स्थिति में तत्काल रेपिड रेस्पॉन्स टीम भिजवाकर उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।

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