पर्युषण पर्व का सातवां दिन, तपस्वियों का हुआ बहुमान
बाड़मेर। 
श्री जिनकांतिसागर सूरी आराधना भवन में प.पू. तपोरत्ना साध्वी सुलक्षणाश्री के ने ‘कल्पसूत्र’ वाचन के अन्तर्गत भगवान महावीर स्वामी के जीवन चरित्र का वर्णन करने बाद भगवान पारसनाथ, नेमिनाथ, आदिनाथ आदि 3 तीर्थंकर भगवानों का जीवन चरित्र का वर्णन व 20 तीर्थंकरों का अन्र्तकाल के वर्णन के साथ साधु-साध्वी समाचारी का वाचन फरमाया। साधु समाचारी में साधु-साध्वियों का रहन-सहन, आहार-पानी (खान-पान), दिनचर्या, विहार सम्बन्धी सभी क्रियाओं का वर्णन किया गया। 
खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष रतनलाल संखलेचा ने बताया कि 31 उपवास, 15 उपवास, 10 उपवास, 9 उपवास, 8 उपवास, 5 उपवास, 4 उपवास तक की तपस्या करने वाले करीब 75 तपस्वियों का खरतरगच्छ संघ के बहुमान के लाभार्थी परिवारों द्वारा तपस्वियों का तिलक, माला, श्रीफल, शाॅल व चून्दड़ी से बहुमान किया गया।
बारसा सूत्र वाचन व संवत्सरी प्रतिक्रमण आज-
आराधना भवन में पर्युषण पर्व के अंतिम दिन गुरूवार को प्रातः मूल बारसा सूत्र की वाचना व सायं 4 बजे संवत्सरी प्रतिक्रमण का आयोजन होगा। बारसा सूत्र बोहराने का लाभ पारसमल आसुलाल धारीवाल परिवार रामजी की गोल वालों ने लिया।
तपस्वियों का वरघोड़ा कल-
खरतरगच्छ संघ के तत्वाधान में प.पू. साध्वी सुलक्षणाश्री की निश्रा में तपस्या के तपस्वियों का भव्य वरघोड़ा शुक्रवार 18 सितम्बर 2015 को प्रातः 8 बजे आराधना भवन से प्रारम्भ होगा जो शहर के मुख्य मार्गों से होता हुआ वापिस आराधना भवन पहुंचेगा, जहां धर्म सभा के साथ समापन होगा।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top