विधायक अपनी समस्त चाले विफल होने से बोखला कर जनता को कर रहे हैं गुमराह- डाॅ. प्रियंका चैधरी।
बाड़मेर
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेष प्रवक्ता डाॅ. प्रियंका चैधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि षहर के नगर परिशद के वार्ड सं.-28 के उप चुनाव में भाजपा ने जिस प्रत्याक्षी को उतारा हैं, उनसे कांग्रेस पार्टी एवं स्थानीय विधायक बौखला कर अनर्गल बयान देकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। डाॅ. चैधरी ने बताया कि भाजपा ने नहीं तो सरकार के दबाव में कोई कानून तोड़ा हैं न ही किसी भी प्रषासन के अधिकारियों पर दबाव डालकर नाजायज कार्य करवाया हैं। निर्वाचन अधिकारी ने जो कार्य किया हैं व न्याय एवं विधि के अनुसार मान्य हैं वही कार्य किया हैं। 
कांग्रेसी विधायक अपनी मन मानी के चलते सभी को गुलाम बनाये रखने की विकृत मानसिकता के कारण अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। गोपालदास ने नगर पालिका द्वारा 2004 में अनाधिकृत निर्माण को हटाने के लिये दिये गये नोटिस को न्यायालय में चुनौती दे रखी हैं। न्यायालय ने स्पश्ट आदेष दिया हैं कि यदि प्रार्थी गोपालदास 50,000/- बैंक गारन्टी प्रस्तुत करें तो नगर पालिका उसके निर्माण में तोड़ फोड़ नहीं करें तथा नगर पालिका यदि किसी प्रकार की इस सम्बन्ध में बकाया या षास्ति गोपालदास के विरूद्ध प्रस्तावित करें तो न्यायालय के माध्यम से बैंक गारन्टी से वसूल कर सकेगी। इसके अतिरिक्त न्यायालय ने यह भी निर्देष दिया हैं कि नगर पालिका की मंषा इस प्रकरण को कम्पाउन्ड करने की हो तो बकाया, षास्ति आदि की राषि का प्रस्ताव न्यायालय में प्रस्तुत करें। इस प्रकार के स्पश्ट आदेष के पष्चात गोपालदास के प्रकरण में नगर पालिका को न्यायालय में ही बकाया राषि का प्रस्ताव दे सकती हैं, लेकिन ऐसा प्रस्ताव न्यायालय में आज तक प्रस्तुत नहीं करने से गोपालदास में नगर पालिका की किसी प्रकार की विधि सम्मत षोध्य बकाया नहीं हैं। 

विधायक महोदय ने बिना न्यायालय के आदेष को समझे बिना झूठे आरोप लगाये हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं। गोपालदास का नामांकन खारिज करने हेतु कांग्रेसी विधायक ने अपने भाई और वरिश्ठ अधिवक्ता सहित वकीलों की फौज खड़ी कर गोपालदास के वकील को सुनवाई में हड़काने तक की कोषिष की हैं। कांग्रेसी वकील न्यायालय के स्पश्ट आदेष को अनदेखा कर निर्वाचन अधिकारी को दबाने की कोषिष करने में डटे रहे। अब नियमानुसार निर्वाचन अधिकारी के निर्णय पर कांग्रेसी विधायक बौखला कर प्रलाप कर रहे हैं। कांगेस नगर परिशद बोर्ड की अकर्मण्यता, निकम्मेपन का जवाब देने में असमर्थ कांग्रेस ओछे हथकण्डे अपनाकर दुश्प्रचार कर रही हैं।
भारतीय जनता पार्टी को इतने स्पश्ट मामले में दबाव डालने की जरूरत हीं नहीं थी। कंाग्रेसी विधायक ने बेईमानी से गोपालदास की एन.ओ.सी. खारिज करने की सूचना आयुक्त से निर्वाचन अधिकारी को भिजवायी। कांग्रेस के विधि सलाहकार से दबाव डालकर गलत रिपोर्ट लिखवायी। वर्श 2009 में विधायक महोदय जिस बकाया राषि का ढ़ोल पीट रहे हैं वह पूरी तरह गैर कानूनी हैं। विधायक अच्छी तरह से जानते हैं कि नगर परिशद का बोर्ड ही ऐसे मामले कम्पाउण्ड कर सकता हैं। आयुक्त के प्रस्ताव का बोर्ड से अनुमोदन कराये बिना कानूनी रूप से कोई महत्व नहीं हैं। फिर भी विधायक जान बूझकर बाड़मेर की जनता को गुमराह कर रहे हैं और भाजपा पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। दो दिन तक कांग्रेस के विधि सलाहकारों को अपने कार्यालय में बैठाकर गोपालदास के मामले में दबाव डालकर गलत रिपोर्ट लिखवायी, जबकि आयुक्त कल सुबह ही गोपालदास की एन.ओ.सी. खारिज करने का पत्र भिजवाया हैं। विधायक अपनी समस्त चाले विफल होने से बौखला कर आपे से बाहर आ रहे हैं।

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