बहुप्रतीक्षित एस्केलेटर का भी किया उद्घाटन
जोधपुर 
रेल प्रषासन द्वारा आधुनिकता के संग विकास की ओर अपने कदम बढाते हुए जोधपुर स्टेशन पर नवनिर्मित एस्केलेटर, उत्तर पष्चिम रेलवे पर आॅटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीनो एवं दुर्गापुरा (जयपुर) स्टेशन पर द्वितीय प्रवेश द्वार का उद्घाटन रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने शुक्रवार को किया।  वे जोधपुर रेलवे स्टेशन समेत उत्तर पश्चिम रेलवे के अन्य तीनों मण्डलों (जयपुर, अजमेर व बीकानेर) में स्थापित की गईं ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनों (एटीवीएम) का रिमोट से उद्घाटन किया। साथ ही जोधपुर स्टेशन पर बहुप्रतीक्षित एस्केलेटर का भी उद्घाटन किया ।
उत्तर पष्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी तरूण जैन के अनुसार जोधपुर स्टेषन पर आयोजित शुभारम्भ समारोह के इस अवसर पर जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत  राज्यसभा सांसद नारायण लाल पंचारिया राज्यसभा सांसद राम नारायण डूडी, पाली सांसद  पी.पी. चौधरी, जोधपुर महापौर धनष्याम ओझा, सहित अन्य गणमान्य अतिथि तथा रेल अधिकारी भी उपस्थित थे।
शुभारम्भ समारोह के प्रारम्भ में उत्तर पष्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक अनिल सिंघल ने सभी आगन्तुक अतिथियों का स्वागत किया। इसके पश्चात् रेल मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय रेल राष्ट्र की जीवन रेखा है जो समस्त भारतीयों को एक सूत्र में पिरोने के कार्य करती है। उन्होने कहा कि भारतीय रेल द्वारा सम्मानित रेलयात्रियों को आॅपरेषन 5 मिनट में टिकट की उपलब्धता के क्रम में ए.टी.वी.एम (आॅटोमैटिक टिकिट वेन्डिग मषीन) की स्थापना से यात्रियों को लम्बी लाईनों से राहत मिलेगी, साथ ही एस्केलेटर से रेलवे स्टेषन पर प्लेटफार्म बदलने में निःषक्तजन, वृद्धों सहित सभी लोगों को सुविधा प्राप्त होगी। रेल मंत्री ने जोधपुर के गौरवषाली एवं समृद्ध इतिहास की प्रषंसा करते हुए कहा कि रेलवे इतिहास में भी जोधपुर प्रमुख स्थान रखता है। यह स्टेषन एक ओर जहां सामरिक एवं पर्यटक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, वहीं पूर्वी राजस्थान का प्रमुख स्टेषन है, तथा उन्होनें कहा कि इस क्षेत्र में यात्री सुविधाओं के लिये रेलवे हर संभव प्रयास के लिये कृत संकल्प है।
 सम्पूर्ण उत्तर पष्चिम रेलवे पर आॅटोमैटिक टिकट वेंडिंग मषीनों के शुभारम्भ समारोह में रेल मंत्री जोधपुर से रिमोट द्वारा षुभारम्भ किया इसके पश्चात मण्डलों में बीकानेर में आयोजित समारोह में सांसद अर्जुनराम मेघवाल, विधायक गोपाल जोशी  ने शुभारम्भ किया, इसी प्रकार दुर्गापुरा (जयपुर) स्टेषन पर द्वितीय प्रवेष द्वार का उद्घाटन समारोह में जयपुर में सांसद रामचरण बोहरा एवं जयपुर महापौर निर्मल नाहटा  ने किया।
जैन ने बताया कि रेल मंत्री ने स्थानीय रेलवे द्वारा रेलयात्रियों के लिए किए जा रहे विभिन्न प्रयासों की सराहना करते हुए यात्री सुविधाओं को और विकसित करने पर भी बल दिया। शुभारम्भ समारोह के अवसर पर रेल के उच्च अधिकारियों सहित उत्तर पष्चिम रेलवे के अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल मंच संचालन जन सम्पर्क अधिकारी कमल जोशी  ने किया।    

शुभारम्भ किये गये यात्री सुविधाओं के प्रमुख तथ्य

जोधपुर स्टेषन पर एस्केलेटर सुविधा
अनेकों विविधतायें लिये जोधपुर के लिये रेलवे भी अपने क्षेत्र में निरन्तर यात्री सुविधाओं को बढाने के लिये प्रयासरत है। इसी कड़ी में जोधपुर स्टेषन पर यात्रियों को आधुनिकतम सुविधा प्रदान करने के लिये एस्केलेटर की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस सुविधा से वृद्ध व निःषक्तजन तो लाभान्वित होगंे साथ ही अन्य यात्रियों को भी इस सुविधा से विषेष लाभ होगा। जोधपुर स्टेषन पर एस्केलेटर की सुविधा प्रारम्भ होने से यहाँ के नागरिकों को उच्चस्तरीय सुविधा प्राप्त होगी और यह सुविधा उनके लिये उपयोगी साबित होगी। जोधपुर में स्थापित एस्केलेटर की लागत 1.46 करोड रूपये है, जिसमें यात्री वहन क्षमता 9000 यात्री प्रति घंटा हैं और यह ऊर्जा दक्ष पद्धति पर आधारित है, जिससे बिजली की खपत भी कम होगी। इस  एस्केलेटर में आॅटो स्टार्ट संसेर है, जिससे यह यात्रियों की उपस्थिति से स्वतः ही स्टार्ट होता है साथ ही इसमें आपातकाल की स्थिति में रूकने के लिये 3 स्थिति (प्रारम्भ, अन्तिम तथा मध्य) मंे रूकने का प्रावधान है। एस्केलेटर में समस्या आने पर इसे सीढि़यों की तरह काम में लिया जा सकता है और इसका संचालन ध्वनिरहित व पर्यावरण अनुकुल है साथ ही इसका अनुरक्षण भी आसानी से किया जा सकता है। 
उत्तर पष्चिम रेलवे पर यात्रियों की बढती संख्या व उनको दी जाने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के लिये जयपुर स्टेषन पर 4 एस्केलेटर व अजमेर स्टेषन पर 2 एस्केलेटर की स्थापना की गई है। 
यात्रियों को अधिकाधिक सुविधायें देने व उत्तर पष्चिम रेलवे के अन्य स्टेषनों पर भी इस सुविधा का विस्तार करने के लिये रेलवे बोर्ड सेएस्केलेटर लगाने के कार्य स्वीकृत किये गये है। जयपुर, अजमेर, जोधपुर स्टेषनो पर कार्यरत एस्केलेटर के अतिरिक्त अन्य प्लेटफार्मों पर भी एस्केलेटर स्वीकृत किये गये है। जिनमें जयपुर में 2, अजमेर में 4, उदयपुर में 2, भीलवाडा में 2, बीकानेर में 2, जोधपुर में 2 सैट एस्केलेटर लगाये जाने की कार्ययोजना है। इन एस्केलेटर की स्थापना से यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं की अनुभूति होगी साथ ही यह सुविधा वृद्ध व निःषक्तजन व अन्य यात्रियों के लिये उपयोगी साबित होगी।

आॅपरेषन 5 मिनिट के लिये प्रतिबद्ध रेलवे 
उत्तर पष्चिम रेलवे पर आॅटोमेटिक टिकट वेंडिंग मषीनों ;(ATVMs) की षुरूआत
रेल बजट 2015-16 में यात्रियों को टिकट प्राप्त करने की सुविधा को आसान बनाने के लिये आॅपरेषन 5 मिनिट की घोषणा की गई थी, ताकि यात्रियों को टिकट के लिये लम्बी कतारों में नहीं लगना पडें। आॅपरेषन 5 मिनिट के क्रियान्वयन करने के क्रम में, यात्रियो हेतु बहुत ही उपयोगी सुविधा, आॅटोमेटिक टिकट वेंडिंग मषीनों को उत्तर पष्चिम रेलवे के सभी मण्डलों (जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बीकानेर) में संचालित करने की षुरूआत एक साथ की जा रही है। यह मषीन यूटीएस सर्वर के माध्यम से षीघ्रता से यात्रियों को सामान्य श्रेणी के टिकट जारी करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यूटीएस सर्वर से संबंध विच्छेद होने की स्थिति में भी 72 घंटे तक कार्यरत रहेगी।
फायदे (सुविधा)ः- 
आम यात्री को अल्प समय में इच्छित टिकट की उपलब्धता निर्बाध रूप से प्राप्त हो सकेगी । 
इस मषीन की सेवा 24ग7 घण्टे उपलब्ध, लम्बी लाईनों से राहत। 
सैकण्डों में टिकट छपकर तैयार।
इस मषीन का उपयोग आम यात्री के लिए अत्यन्त सुविधाजनक रहेगा । 
इस मषीन द्वारा टिकट प्राप्त करने के लिए स्मार्ट कार्ड का उपयोग किया जाएगा जिसमें सामान्यतः टिकट प्राप्त करते समय खुल्ले पैसे/चिल्लर की समस्या से निजात मिलेगी । 
स्मार्ट कार्ड का रेलवे काउन्टरों पर आसान रिचार्ज।
इस मषीन द्वारा सभी प्रकार के सामान्य टिकट (प्लेटफार्म टिकट, एक तरफा/वापसी टिकट, प्रथम श्रेणी टिकट/बच्चा टिकट) 
द्वितीय/प्रथम श्रेणी मासिक टिकटों का नवीनीकरण । 
लागत:- एटीवीएम की अनुमानित लागत 02.19 लाख रू प्रति युनिट है।              

इस तरह से होगा उपयोग  
रेलयात्री को सर्वप्रथम स्मार्ट कार्ड लेना होगा जिसका मुल्य 70 रू0 है, 50 रू0 सिक्योरिटी राषि है, जो कि रिफण्डेबल है एवं 20 रू0 का बैलेन्स प्राप्त होगा।
इसके पश्चात् 50 रू0 के गुणांक में स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज करवा सकते है। 
ए.टी.वी.एम. की टच स्क्रीन (रीडर) पर स्मार्ट कार्ड को टच करते जोन एवं भाषा का चुनाव करें।
गतंव्य स्टेषन, वाया रास्ते एवं टिकिट श्रेणी का चुनाव करें।
एकतरफा/वापसी, टिकटों की संख्या एवं पूरा/आधा (बच्चा) टिकट का चयन करें।
सभी सूचनाओं प्रमाणित कर ल्म्ै बटन को दबा कर अविलम्ब टिकट प्राप्त करें।
यदि टच स्क्रीन पर उपलब्ध मानचित्र में चाहे गये गंतव्य स्टेषन का नाम ना हो तो ए.टी.वी.एम. पर उपलब्ध कराई गई स्टेषन सूची का उपयोग करते हुए टिकट प्राप्त किया जा सकेगा।

यात्रियों द्वारा एटीवीएम के सुलभ संचालन हेतु मददगार ( थ्ंबपसपजंजवत) की नियुक्ति
रेलवे प्रषासन द्वारा ए.टी.वी.एम. की स्थापना के बाद लोगों को जागरूक एवं षिक्षित करने के लिए मददगार (थ्ंबपसपजंजवते) की नियुक्ति होगें। यह मददगार रेलवे से ही रिटायर्ड कर्मचारी होगें। ये मददगार लोगो को एटीवीएम मषीन प्रयोग करने के बारे में जानकारी देगें। ये मददगार स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज भी कर सकेगें।
उत्तर पष्चिम रेलवे पर 33 स्टेषनों पर लगाये जाने वाले 146 ए.टी.वी.एम. पर 74 मददगार नियुक्त किये जायेगंे। व्यस्ततम स्टेषनों पर षिफ्टों में मददगार नियुक्त किये जायेगें। इन मददगारों के पास स्वयं का भी स्मार्ट कार्ड होगा, जिससे वे आम यात्रियों को ए.टी.वी.एम. के माध्यम से टिकट प्रिन्ट कर जारी कर सकेगें।
3. जयपुर के उपनगरीय स्टेषन दुर्गापुरा में द्वितीय प्रवेष द्वार की षुरूआत
जयपुर षहर का विस्तार बहुत तेज गति से हुआ है, जिसके कारण नगरीय स्टेषनों का विकास कर वहाॅ रेलवे द्वारा सुविधाआंे की उपलब्धता करवाई जा रही है। इसी कडी में यात्रियांे को षहरीय क्षेत्र में स्थित दुर्गापुरा स्टेषन पर अतिरिक्त सुविधा प्रदान की गई है। दुर्गापुरा स्टेषन पर प्रतिदिन लगभग 5 हजार यात्रियों का आवागमन रहता है। दुर्गापुरा स्टेषन के आस-पास अनेकों काॅलोनियों की बसावट होने के कारण यहां के निवासियों की दुर्गापुरा स्टेषन पर बहुत समय से द्वितीय प्रवेष द्वार की मांग की जा रही थी, ताकि उनका समय और परिवहन खर्च कम हो सकें। इसी को ध्यान में रखकर दुर्गापुरा स्टेषन पर द्वितीय प्रवेष द्वार को विकसित किया गया है और यहाॅ पर टिकट खिडकी, पार्किग सुविधा के साथ साथ  प्लेटफार्म न. 3 के फुट ओवर ब्रिज को बढाया गया है। इसके अतिरिक्त अन्य यात्री सुविधायंे भी विकसित की गई है। दुर्गापुरा स्टेषन पर इन कार्यों को वर्ष 2012-13 में स्वीकृत किया गया था, जिन्हें लगभग 1.77 करोड़ रू0 की लागत से पूरा किया गया है। इस सुविधा से निष्चित ही यात्रियों को लाभ पहुचेगा और रेलवे अन्य यात्री सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये सदैव प्रतिबद्ध है।
रेलवे की इन सुविधाओं से रेल यात्री लाभान्वित होगें साथ ही रेलवे के प्रयासों में सहयोग प्रदान कर भविष्य में अन्य सुविधाओं के लिये प्ररेणा भी प्रदान करेगे। 


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