बाड़मेर इल्म के दरिया है लूणी शरीफ के सादाते किराम
बाड़मेर 
पीर चाहे किसी भी सिलसिले का हो, अदबो एहतराम करना लाजिमी है। लूणी शरीफ के सादाते किराम इल्म के दरिया हैं। ये बात दारूल उलूम फैजे अकबरी संस्था के शेखुल हदीस अल्हाज मौलाना शोहब अली ने शहर के हमीरपुरा कुरैशियान मौहल्ले में फैजाने मौला अली कमेटी इमामाणी परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘जश्ने इस्तकबाल शहजादगाने गौसे आजम’ में कही। इस मौके पर लूणी शरीफ के सादाते किराम का अभिनन्दन ग्यारह किलो की फूल माला पहनाकर किया गया।शेखुल हदीस मौलाना शोहेब अली ने कहा कि मुल्क में लूणी शरीफ व सूजा शरीफ के अकबरी व सिद्दीकी उल्माए किराम दीनी व दुनियावी बेहतरीन खिदमत दे रहे हैं जो तारीफे काबिल है। उन्होनें अवाम को सिराते मुस्तकीन पर चलने का आह्वान किया।
मौलाना गुलाम मुस्तफा कच्छ ने कहा कि पीराने इजाम की दुआएं लो, इनकी दुआओं से बेड़ा पार हो जाएगा। पीरों का आपस में मिलन कयामत तक जारी रहे। कारी रोशनदीन ने नाते पाक सुनाकर खूब दाद लूटी।
कार्यक्रम में धर्मगुरू पीर सैय्यद अली अकबर शाह जीलानी उर्फ बावा साहब, पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी, पीर सैय्यद अशरफ शाह जीलानी व पीर सैय्यद नूर मोहम्मद शाह जीलानी का फैजाने मौला अली कमेटी की सरपरस्ती में इमामाणी परिवार के बुजुर्गों व युवाओं ने सामूहिक रूप से ग्यारह किलो की फूल माला सभी धर्मगुरूओं को साथ में पहनाई। धर्मगुरू पीर सैय्यद अली अकबर शाह जीलानी व पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी मुरीदों की चाहत देखकर अभिभूत हो गए। उन्होनें कमेटी को दुआओं से नवाजा।
कार्यक्रम में बिरादरी के गुलाम रसूल कुरैशी, हाजी सत्तार, हाजी गुलजार, मंजूर हुसैन व्यापारी, पेंटर असकर की जेरे निगरानी में फैजाने मौला अली कमेटी के युवा सफी मोहम्मद, मोहम्मद आवेश, गुलाम अहमद, साबुदीन, अशफाक, शाहरूख खान गौरी, मुस्तफा खां, सद्दाम खां, नासिर खां, एजाज खां सहित सभी सदस्यों ने सहयोग दिया। इस मौके पर मंच पर सैय्यद गुलाम मुस्तफा शाह, सैय्यद जहांगीर शाह बावा जीलानी, सैय्यद महमूद शाह, सैय्यद सिकंदर शाह, सैय्यद जाकिर शाह समेत लूणी शरीफ के सादाते किराम इत्यादि उपस्थित थे। मंच का संचालन मौलाना लाल मोहम्मद जामा मस्जिद पेश इमाम ने किया।
जलसा में सेड़वा, बालोतरा, पचपदरा, सांचैर, जोधपुर, खोखा जालोर, सिणधरी, रामसर इत्यादि गांवों के हजारों लोग अपने-अपने वाहनों से पहुंचे। पश्चिमी राजस्थान के सैकड़ों मकामी उल्माओं ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।

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