Congress will take action against who did cross votingक्रॉस वोटिंग करने वालों को बाहर करेगी कांग्रेस
राजस्थान जयपुर। 
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व राजस्थान के प्रभारी गुरदास कामत ने कहा कि जिला परिषदों व पंचायत समितियों में प्रमुख व प्रधान पद के चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने वाले निर्वाचित कांग्रेसजनों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। क्रॉस वोटिंग सामने आने पर संबंधित सदस्य को तुरन्त पार्टी से निष्कासित किया जाएगा। वहीं ऎसे प्रत्याशी को पार्टी का टिकट दिलाने की पैरवी करने वाले नेताओं को भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
कामत ने मंगलवार को यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस पर्यवेक्षकों व अन्य लोगों से मिले फीडबैक के अनुसार पंचायत चुनाव में कांग्रेस को आशातीत सफलता मिलेगी, फिर भी पार्टी के प्रांतीय नेतृत्व को सरकारी मशीनरी के दुरूपयोग तथा धन व बाहूबल के इस्तेमाल की आशंका के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा गया है। 
चुनाव में बगावत पर निष्कासन और फिर बागी नेताओं को वापस ले लेने के सवाल पर कामत ने कहा कि जिन लोगों को वापस लिया गया है, उन्होंने पार्टी आलाकमान के सामने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए अपने कृत्यों के लिए माफी मांगी है। यदि इनकी वापसी से पार्टी को मजबूती मिलती है, तो इस पर किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए।
लगातार हार से राज्य में पार्टी की कमजोर होती स्थिति और खुद उनके दो महीनों से राजस्थान से दूर रहने के सवाल पर कामत ने कहा कि वे प्रभार वाले अन्य राज्यों में व्यस्तता के कारण नहीं आ पाए। वैसे प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष सचिन पायलट पूरी क्षमता व जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे हैं।
कामत व पायलट ने लिया एक-एक जिले का फीडबैक 
कांग्रेस महासचिव गुरूदास कामत व प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष सचिन पायलट ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में लगभग पांच घंटे तक पंचायत चुनाव के लिए कांग्रेस पर्यवेक्षकों, प्रदेश पदाधिकारियों व प्रमुख कांग्रेसजनों से मुलाकात कर पंचायत चुनावों पर चर्चा की। बाद में पत्रकारों से बातचीत में दोनों नेताओं ने कहा कि सभी जगह से फ ीडबैक अच्छा आया है। यूरिया-खाद व बिजली-पानी की तंगी से परेशान ग्रामीणों में सरकार के प्रति रोष का कांग्रेस को चुनावों में फायदा मिलेगा, लेकिन सूत्रों की मानें तो क ई जिलों के पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट उत्साहजनक नहीं है। कई जिलों में पर्यवेक्षकों की गलती से कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन खारिज होने पर कामत ने हैरानी जताई।
जिसका बहुमत, टिकट उसे ही : पायलट के अनुसार पर्यवेक्षकों को मंगलवार को ही वापस जिलों में भेज दिया गया है। इन्हें जिला प्रमुख-उप प्रमुख तथा प्रधान-उप प्रधान के सिम्बल दे दिए गए हैं। लेकिन जिला परिषद व पंचायत समिति में जीतने वाले जिस प्रत्याशी के पास बहुमत होगा, उसे ही पार्टी प्रत्याशी बनाएगी।
अंडरटैकिंग का सहारा : पंचायत चुनावों में न तो दलबदल कानून लागू होता है और न ही व्हिप जारी की जा सकती है। लेकिन आशंकित कांग्रेस जीत कर आए लोगों से पहले तो अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अंडरटैकिंग लेगी।
कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
कामत ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी नेताओं को ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। राजस्थान में सम्भाग स्तर पर ऎसे संवाद कार्यक्रमों में वे खुद शामिल होंगे। कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर राज्य की रिपोर्ट 28 फरवरी को आलाकमान के समक्ष पेश की जाएगी। जिलों में संगठन में फेरबदल के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर बाद में फैसला किया जाएगा।

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