भव्य दादा कुशल गुरूदेव मेला एवं तृतीय वार्षिक ध्वजारोहण महोत्सव 18 से
जैसलमेर
राजस्थान राज्ये मरूधर क्षेत्रे विश्व विख्यात श्री जैसलमेर महातीर्थ समीपवर्ती महाप्रभावक श्री ब्रह्मसर महातीर्थे चार सौ वर्षों से अधिक प्राचीन महान चमत्कारी श्री जिनकुशलसूरि दादावाड़ी, ब्रह्मसर (जिला-जैसलमेर) में महाप्रभावक खरतरगच्छाचार्य प्रत्यक्ष प्रभावी जंगम युग प्रधान दादा श्री जिनकुशलसूरीश्वरजी महाराज की 682 वीं पुण्य तिथि एवं मूलनायक भगवान श्री विमलनाथजी प्राचीन (मूल पादुका) दादावाड़ी एवं नूतन दादावाड़ी का तृतीय वार्षिक ध्वजारोहण पर भव्य दो दिवसीय दादा कुशल गुरू मेला परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनकांतिसागरसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्यरत्न वसी मालाणी रत्न शिरोमणी, ब्रह्मसर तीर्थों;ारक परम पूज्य मुनिराज श्री मनोज्ञसागरजी म.सा. ‘शास्त्री’ एवं बाल तपस्वी मुनि श्री नयज्ञसागरजी म.सा. एवं परम पूज्या शांत मूर्ति साध्वी श्री महेन्द्रप्रभाश्रीजी म.सा. की शिष्या डाॅ. साध्वी श्री लक्ष्यपूर्णाश्रीजी म.सा. (डी. लिट्) आदि विशाल साधु-साध्वीवृन्दों की पावनतम निश्रा में 18 फरवरी 2015 से प्रारंभ होगा।
तीर्थ के अध्यक्ष दानमल डुंगरवाल एवं प्रवक्ता महेन्द्र भाई बाफना ने बताया कि फाल्गुण वदि अमावस, बुधवार, 18 फरवरी 2015 को प्रातः ब्रह्मसर गांव से भव्य वरघोड़ा, सुबह की नवकारसी, ध्वजारोहण, गुणानुवाद सभा, गुरूदेव का प्रवचन एवं अतिथि स्वागत से मेला प्रारंभ होगा। दोपहर दो बजे दादा गुरूदेव की बड़ी पूजा एवं रात्रि को महाआरती एवं भक्ति भावना के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि फाल्गुन सुदि एकम, गुरूवार, 19 फरवरी 2015 को प्रातः भक्तामर पाठ, देवगुरू दर्शन व पूजा, सुबह अठारह अभिषेक, दोपहर सत्तरभेदी पूजन एवं दोपहर विजय मुहूर्त में लाभार्थी परिवारों द्वारा जिनालय व दादावाड़ी में ध्वजारोहण के साथ मेले का समापन होगा।
बाफना ने बताया कि मेले के दौरान तीनों टाईम साधर्मिक भक्ति का आयोजन भी होगा एवं रात्रि भक्ति भावना देश के अलग-अलग ख्यातिनाम संगीतकारों द्वारा पेश की जायेगी। बड़ी पूजा कुशल भक्ति मण्डल बाड़मेर द्वारा कराई जायेंगी।
तीर्थ के प्रबंधक ट्रस्टी श्री ज्ञानीराम मालू ने बताया कि मेले के दौरान पूरे तीर्थ परिसर को आकर्षक रूप से सजाया जायेगा व मेले के दौरान कई राजनैतिक, प्रशासनिक, समाजसेवी मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि मेले की तैयारियां ट्रस्ट मण्डल द्वारा जोर-शोर से प्रारंभ कर दी गई हैं। मेले के दरम्यान पूरे भारतवर्ष से हजारों दादा भक्त भाग लेंगे।

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