युवी, भज्जी, वीरू, जहीर और गंभीर की टीम इंडिया से छुट्टी, वर्ल्ड कप संभावितों में जगह नहीं
मुंबई।
दिग्गज विस्फोटक ओपनर वीरेन्द्र सहवाग, आलराउंडर युवराज सिंह, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह और जहीर खान वर्ष 2011 की विश्व विजेता भारतीय क्रिकेट टीम का अहम चेहरा थे लेकिन समय बदलते ही इन सीनियरों पर युवा इस कदर हावी दिखे कि अगले वर्ष भारत के "खिताब बचाओ अभियान" के लिए चुने गए संभावितों में भी उन्हें जगह नसीब नहीं हुई।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के चयनकर्ताओं ने यहां गुरूवार को वर्ष 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में खेले जाने वाले आईसीसी विश्वकप के लिए 30 संभावितों का चयन किया।
उम्मीद की जा रही थी कि पिछले विश्वकप के कुछ चेहरों को एक बार फिर दोहराया जाएगा लेकिन बोर्ड ने अनुभव के बजाय युवा चेहरों पर भरोसा जताते हुए सीनियरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया।
हाल ही में युवराज और सहवाग ने एक बार फिर विश्वकप टीम में जगह बनाने की इच्छा व्यक्त की थी। सहवाग ही नहीं कई और पुराने दिग्गज भी 2015 के विश्वकप में उतरना चाहते हैं।
हालांकि पांचों ही अनुभवी खिलाड़ी पिछले काफी समय से टीम से बाहर चल रहे हैं जबकि घरेलू क्रिकेट में भी उनके खराब प्रदर्शन की बदौलत चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम में वापिस शामिल करने पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
एक ओर जहां अनुभवी खिलाडियों को नजरअंदाज किया गया वहीं चयनकर्ताओं ने संजू सैमसन, अक्षर पटेल, मोहित शर्मा और केदार जाधव जैसे युवा और नए चेहरों को विश्वकप के लिए संभावितों में शामिल कर एक नई उर्जावान टीम गठित करने का संकेत जरूर दे दिया।
संदीप पाटिल की अध्यक्षता में बीसीसीआई की पांच सदस्यीय चयन समिति ने गत चैंपियन भारतीय टीम के खिताब बचाने के अभियान को ध्यान में रखकर युवा खिलाडियों पर अधिक ध्यान दिया।
चुने गए संभावितों में कम अनुभवी लेकिन सैमसन जैसे कई प्रतिभाशाली खिलाडियों को जगह दी गई है। हालांकि संभावितों के चयन पर नजर डालें तो उसमें क हीं न कहीं कप्तान धोनी का प्रभाव अधिक दिखाई देता है।
अपनी कप्तानी में विश्वकप दिला चुके धोनी के अलावा विराट कोहली, सुरेश रैना और रविचंद्रन अश्विन केवल चार ऎसे खिलाड़ी हैं जिन्हें एक बार फिर विश्वकप टीम का हिस्सा बनने का मौका मिला है।
लेकिन भज्जी, वीरू, गौती, जहीर को बाहर किए जाने से इन खिलाडियों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को लेकर जरूर सवाल खड़ा हो गया है।
पिछले विश्वकप का अहम चेहरा रहे 36 साल के सहवाग ने भारत की ओर से अपना आखिरी मैच पाकिस्तान के खिलाफ 2013 में वनडे खेला था, जबकि 36 वर्षीय जहीर श्रीलंका के खिलाफ वर्ष 2012 में टीम का हिस्सा रहे थे।
गंभीर इंग्लैंड के खिलाफ 2013 और युवराज वर्ष 2013 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले थे। ऑफ स्पिनर हरभजन की स्थिति भी जुदा नहीं है और वह तो वेस्टइंडीज के खिलाफ वर्ष 2011 में आखिरी बार भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे और उसके बाद से ही वह राष्ट्रीय टीम में वापसी नहीं कर सकेे ।
पिछले कुछ वर्षो में उम्र के साथ सीनियर खिलाडियों के प्रदर्शन पर भी काफी प्रभाव पड़ा और घरेलू क्रिके ट में भी उनका प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा।
वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया के संभावित 30 खिलाड़ी:
महेंद्र सिंह धोनी, शिखर धवन, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, रॉबिन उथप्पा, विराट कोहली, सुरेश रैना, अंबाती रायुडू, केदार जाधव, मनोज तिवारी, मनीष पांडे, ऋदि्धामान साहा, संजू सैमसन, रविचंद्रन अश्विन, परवेज रसूल, करन शर्मा, अमित मिश्रा, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, वरूण अरोेन, धवल कुलकर्णी, स्टुअर्ट बिन्नी, मोहित शर्मा, अशोक डिंडा, कुलदीप यादव और मुरली विजय।
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