बालोतरा समय पर ईलाज नही मिलने से एक मासूम की मौत
बालोतरा 
जसोल कस्बे में शनिवार को ईलाज के दौरान एक मासूम बच्चे की जान चली गई। शनिवार सुबह महेश पुत्र चंपालाल जाति प्रजापत निवासी जसोल उम्र 10 को लेकर उसके परिजन अस्पताल आए थे। इस दौरान डॉक्टर खेताराम ने मासूम को देखकर पर्ची पर इंजेक्शन और दवाईयां लिखी। इंजेक्शन लगाने के बाद मासूम की तबीयत बिगड़ गई और उसने अस्पताल में हीं दम तोड़ दिया।इस दौरान वहा मौजूद डॉक्टर खेताराम चौधरी ने मरीजों व ग्रामीणों को संतोषजनक जवाब तक नहीं दिया।बच्चे की मौत के बाद परिजनों व ग्रामीणों ने अस्पताल में हंगाम कर दिया और परिजनों व ग्रामीणों ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाने की मांग को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया और देर शाम तक लारपरवाह डॉक्टर को एपीओं करने की मांग पर अड़े रहे। मामले की जानकारी मिलने पर दो घंटे बाद पुलिस थानाधिकारी सुखराम विश्रोई मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और हालात को संभालने की कोशिश की लेकिन परिजन डॉक्टर को एपीओं करने की मांग पर हीं अड़े रहे। 
ग्रामीणों ने कहा कि एक एक्सीडैंटल केस में डॉक्टर लापरवाहीं बरत रहे है सुबह से मरीज तडफ़ रहा था परंतु डॉक्टरों ने उसकी सार संभाल नहीं की और उपर से मरीजों से मनमाने ढ़ंग से अवैध शुल्क भी वसूल रहे है
गौरतलब है कि जसोल के सरकारी अस्पताल में लापरवाहीं के शिकायतें पहले भी आ चुकी है और इसकों लेकर पहले भी परेशान मरीजों व ग्रामीणों ने हंगामा किया था लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
मौके पर नहीं पहुंचे जिम्मेदार अधिकारी
अस्पताल में मासूम की मौत के बाद करीब दो घंटे तक कोई भी प्रशासनिक जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा एवं परिजन अपनी मांग पर अड़े रहे। बाद में मामला बिगड़ता देख जिम्मेदार अधिकारी व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सुनिल कुमार बिष्ठ मौके पर पहुंचे और समझाईश की।

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