बायतु पुनर्गठन के विरोध के चलते ग्रामीणों ने किया भामाशाह शिविर का बहिष्कार
बाड़मेर/बायतु ।
मण्डल सदस्य क्षेत्र के पुनर्गठन मे हुई राजनीतिक व प्रशासनिक मनमानी के विरोध मे ग्राम पंचायत खारङा भारत सिंह के ग्रामीणों ने भामाशाह शिविर का बहिष्कार किया और धरने पर बैठ गये है।ग्रामीणों का कहना है कि उनको राजनीतिक कारणों के चलते प्रशासन द्वारा अपने मनमाने ढंग से वास्तविक निर्वाचन क्षेत्र से हटाकर अन्य ग्राम मे शामिल कर दिया है ।ग्राम पंचायत खारङा भारत सिंह की जनसंख्या एक मण्डल क्षेत्र बनने योग्य होने बावजूद अन्य दूरस्थ ग्रामो मे शामिल करना एक राजनीतिक चाल है।
लोगो ने तहसीलदार का किया घेराव मौके पर बुलाया पुलिस जाब्ता ।
पुनर्गठन मे की गई प्रशासन द्वारा मनमानी के विरोध मे लोगों का गुस्सा इतना बढ गया कि मौके पर पहुँचे गिङा तहसीलदार को घेर कर बैठ गये ।ग्रामीणों के रोष की स्थिति को देखते हुए तहसीलदार ने पुलिस थाना गिङा से पुलिस जाब्ता बुलाया । थानाधिकारी मांगीलाल चौधरी मय पुलिस जाब्ता मौके पर पहुँच गए।

उपखण्ड अधिकारी को सौपा ज्ञापन 
ग्राम पंचायतो के पुनर्गठन के दौरान किए गए मण्डल वार्डो के सीमांकन में खारडा भारतसिंह ग्राम पंचायत के करीब छ गाँवों को अन्य ग्राम पंचायतो में जोड़कर खारडा भारतसिंह वासियों को तितर बितर कर के रख दिया है इससे खारडा भारतसिंह ग्राम पंचायत में तनाव पैदा हो गया हैं । इससे नाराज ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी बायतु के नाम एक ज्ञापन सौपा जिसमे में कहा गया की वास्तविक हकीकत को जाँचकर ग्रामीणों की नाराजगी को दूर कर मामले को शांत करवाय़ा जाए ।

नही लगने देंगे शिविर 
ग्राम वासियों ने कहा की जब तक इस मामले को सुलझाया नही जाता तब तक भामाशा शिविर नही लगने दिया जाए ।

"सरकार के इस पुनर्गठन की प्रक्रिया ने 
भोले भाले ग्रामीणों को अपनी 
पंचायत से दूर करने का काम किया हैं ।
-थान राज कड़ेला आर. टी. आई. कार्यकर्ता "

"हमारे हितो को ध्यान में न रखकर प्रशासन ने 
नेताओ के स्वार्थ पूर्ति के लिए हमें 
पुनर्गठन के दौरान पंचायत से अलग किया है 
ये हम कदापि बर्दास्त नहीं करेंगे "
-किरता राम माचरा

"मै इस पुनर्गठन का विरोध करता हूं क्योंकि
भोली भाली अनपढ़ जनता को राजनीतिक 
शिकार बनाकर नेताओ द्वारा अपने 
उद्देश्य पूर्ति के लिए अलग निर्वाचन 
क्षेत्र में शामिल किया जा रहा है।
-भैरा राम चौधरी, हनुमानपुरा"

"हम अपनी ग्राम पंचायत में ही रहना चाहते हैं 
इस पुनर्गठन की प्रक्रिया का ग्रामीणों में भारी रोष हैं 
में भी मेरे ग्रामीण भाईयो के साथ विरोध करता हूँ 
सरकार की मनमानी नही चलेगी 
-बरकत खान , करालिया "

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