हरपालिया में भोजनशाला और धर्मशाला निर्माण का भूमि पूजन 

हरपालिया (सेड़वा/बाड़मेर). 
'महादेव ने समुद्र मंथन के दौरान विष पीने का सामथ्र्य दिखाया था, उसी प्रकार हमारे घर-परिवार में भी विवाद के दौरान जो जहर पीता है वो मुखिया ही महान होता है। हिंदू, मुस्लिम, इसाई, सि€ख आदि धर्म नहीं हैं, ये सभी संप्रदाय हैं। सबके प्रति प्रेम रखना ही धर्म है। यह धर्म सनातन है।Ó उ€त उद्गार रामचौक रामद्वारा बाड़मेर के संत रामस्वरूप शास्त्री ने शनिवार को भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित हरपालेश्वर महादेव मंदिर में नूतन धर्मशाला और भोजनशाला के भूमि पूजन कार्यक्रम  के बाद श्रद्धालुओं से कही। उन्होंने कहा कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च किसी भी धार्मिक स्थान पर कोई किसी को आने से नहीं रोकता। यहां बनने वाली धर्मशाला, भोजनशाला में गरीब के बच्चे को आसरा और भोजन मिलेगा। 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक तरुणराय कागा ने कहा कि हरपालिया मंदिर क्षेत्र में आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। उन्होंने विधायक कोष से पांच लाख रुपए देने की घोषणा की। रिखबदास बोथरा ने मंदिर के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए समाज की एकता पर बल देने की बात कही। 
डॉ. मोहनलाल डोसी ने विभिन्न कार्यों के लिए सबके सहयोग का आह्वान किया। केकड़ रामद्वारा के युवा संत सीताराम ने समाज सुधार के लिए राशि दान करने की बात कही। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायणदास सिंधी ने सभी से सहयोग की अपेक्षा की, जिस पर हाथों-हाथ लाखों रुपए इकठ्ठा हो गए। इस अवसर पर संरक्षक हनुमानचंद बोहरा, मंत्री चेलाराम सिंधी, लादूराम बिश्रोई, सच्चू खां सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। 

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