राजस्थान गुजरात बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल का हाई अलर्ट, नीलोफर के आने की सभावना 
बाड़मेर/जैसलमेर 
वर्तमान में कराची बंदरगाह से 1250 कि.मी साऊथ में अरेबियन सागर में स्थित नीलेफर चक्रवात के आगामी 56 घंटो में देश की पष्चिमी सीमा पर पहुंचने की संभावना के मुद्देनजर राजस्थान गुजरात से लगती पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संभावित किसी भी नुकसान से बचने के लिए ऐतिहात के तौर पर बी.एस.एफ को हाई एलर्ट पर रहने के आदेष दिए हैं, खासकर रेतीले इलाको व पानी वाले इलाको में डेजर्ट सैंड स्टाॅम व भारी वर्षा के दौरान सीमा पार से संभावित किसी प्रकार की घुसपैठ की आषंका के मुद्देनजर कड़ी सतर्कता बरतने के निर्देष दिए हैं। अरब सागर के क्रीक इलाके में तैनात वाटरविंग को भी सर्तक रहते हुवें कड़ी निगरानी रखने के दिषा-निर्देष दिए गए हैं।
न्यूज़ पेपर में छपी खबर के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल राजस्थान फ्रन्ट्रीयर के उपमहानिरीक्षक रवि गांधी ने  बताया कि अरब सागर में केंद्रित नीलोफोर चक्रवात तूफान के राजस्थान गुजरात के क्षेत्रों में आने की संभावना के मुद्देनजर राजस्थान से लगती सीमा पर समूची बी.एस.एफ को हाई एलर्ट पर रख दिया गया हैं। जवानो को तूफान, तेज हवा आदि से बचाव के निए चष्मे पहन की जाने की सलाह दी गई हैं। इसी तरह ढीली बिजली वायरो, टिन शेडो के उड़कर आने की संभावना के मुद्देनजर जवानो को अपने स्वयं का ध्यान रखने को कहा गया हैं।
उन्होने बताया कि बी.एस.एफ के जवानो को ये भी दिषा-निर्देष दिए गए हैं कि आंधी तूफान या वर्षा के मौसम का सीमा पार के घुसपैठियें फायदा उठा सकते हैं, ऐसे सीमा पर कड़ी निगाह रखने के साथ अत्यधिक सर्तकता बरती जाये।
वही दूसरी तरफ गुजरात से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा व समुद्री सीमा पर भी बी.एस.एफ को अत्यधिक सर्तक रहने के निर्देष दिए गए हैं, खासकर अरब सागर के क्रीक इलाके में बी.एस.एफ की वाटर विंग को फलोटिंग बी.ओ.पी व मीडियम क्राफ्टबोट आदि अन्य संसाधनो के जरिये कड़ी चैकसी बरतने के निर्देष दिए गए हैं।

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