बाड़मेर ! पथ संचलन हुआ सम्पन्न्
बाड़मेर
विजयादशमी पर्व पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा पथ संचलन धूम-धाम और उत्साह से ज़िले भर में सम्पन्न्ा हुआ। विजयादशमी पर्व पर प्रातः ठीक 8ः30 बजे विजयादशमी उत्सव सरदारपुरा संघ स्थान पर मनाया गया, उत्सव के प्रारम्भ में सर्वप्रथम मंचासीन अतिथियों द्वारा शस्त्र पूजन किया गया, उसके बाद संघ के स्वयंसेवकों नें शारीरिक प्रदर्शन व दण्ड योग के प्रदर्शन किये उसके पश्चात् अवतरण एवं काव्यगीत हुआ। तत्पश्चात् राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षैत्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री नंदलाल जी जोशी (बाबाजी) का उद्बोधन रहा। बाबाजी नें बताया कि संघ के संस्थापक प. पू. डाॅक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार नें गुलामी के समय अंग्रेजों से चुनौती लेते हुए भारत को आज़ाद कराया और एक आदर्श हिन्दु संगठन की स्थापना की। उन्होंनें बताया कि भारत की दैवीय संस्कृति ईसाई व मुस्लिम संस्कृति से पहले पूरे विश्व में फैली रही। उन्होंनें उदाहरण देकर बताया कि इंग्लैण्ड में आज भी वहां की राष्ट्रीय मुद्रा (सिक्कों) पर देवी मां का चित्र अंकित है। और इण्डोनिशिया जैसे बड़े इस्लामिक देश के नोट पर गणेश जी का चित्र है और आज हम उसी दैवीय संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। उन्होंनें बताया कि अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा हमेशा बजरंगबली की मूर्ति अपने साथ रखते हैं। तथा बौद्ध धर्म माननें वाला जापान जैसे देश भी में प्रत्येक घर में हनुमान जी की पूजा और अर्चना होती है। ये इस बात का द्योतक है कि हमारी हिन्दु संस्कृति न केवल भारत में अपितु संपूर्ण विश्व में अपना एक विशेष स्थान रखती है। बाबाजी नें विजयादशमी के उत्सव पर स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि संपूर्ण हिन्दुसमाज सामाजिक समरसता का भाव पेश करते हुए अपने घरों में जाति-पांति को भूलकर सभी वर्गों की बालिकाओं को बुलाकर कन्या पूजन का कार्यक्रम करें। उन्होंनें स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि वे पथ-संचलन में कदम से कदम मिलाकर विराट हिन्दु शक्ति का प्रदर्शन करें । उसके ठीक बाद संघ के सभी स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में नगर के प्रमुख मार्गों पर विभिन्न्ा गणों की रचना करते हुए पथ संचलन किया। इस संचलन में घोष वाहिनी एवं ध्वज वाहिनी भी सम्मिलित रही। कदम से कदम मिलाते हुये यह संचलन प्रातः ठीक 10 बजे सरदारपुरा संघ स्थान से प्रारम्भ होकर गाँधी चैक, हनुमान जी का मंदिर, सब्जी मंडी, जवाहर चैक, पीपली चैक, संच्चयाय माता मंदिर, प्रताप जी की प्रोल, आराधना भवन, रिखबदास मार्ग, माणक हाॅस्पीटल, जैनसाहब का पैट्रोल पम्प, लक्ष्मी सिनेमा, रेलवे स्टेशन, कैलाश सरोवर होटल, पुलिस कोतवाली, माहेश्वरी भवन, अग्रसेन भवन, रायकाॅलाॅनी रोड़, पाँच बत्ती चैराहा, तनसिंह सर्किल मार्गों से होते हुए सरदारपुरा संघ स्थान पर समाप्त हुआ। इन्हीें स्थानों पर भारत माता की जय और जय श्री राम जैसे देशभक्ति उद्घोषों से स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया। तथा पथ संचलन के प्रमुख मार्गों पर समाज के गणमान्य नागरिकों एवं महिलाओं द्वारा पुष्प वर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया। पथ संचलन के लिए संघ के सभी प्रभात एवं सायं शाखाओं के कार्यकत्र्ताओं नें बढ़ चढ़ कर भाग लिया। संचलन के इस कार्यक्रम में सभी वर्गों के व्यक्ति शामिल हुए। संचलन की समाप्ति पर विभाग बौद्धिक प्रमुख श्री मुकेश लखारा द्वारा नगर प्रशासन, पुलिस प्रशासन, मीडियाकर्मी एवं अन्य स्वयंसेवी संगठनों का आभार व्यक्त किया। संघ के सभी अनुसांघिक संगठन जैसे विश्व हिन्दु परिषद्, बजरंग दल, विद्या भारती, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, सीमाजन कल्याण समिति, सेवा भारती, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ आदि संगठन भी इसे सफल बनानें में अपना सहयोग दिया। विजयादशमी का संचलन का यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष संघ के स्थापना दिवस के रुप में इसी दिन मनाया जाता है। नगर संचलन में विशेषकर युवा वर्ग का प्रतिनिधित्व रहा।
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