देष की रक्षा के लिए प्राणो के उत्सर्ग करने वाले शहीद सदैव प्रेरणा के स्त्रोत रहेंगे - विधायक भाटी
जैसलमेर
जिला कलक्टर एन एल मीना ने जैसलमेर जिले के पूनमनगर के शहीद पूनमसिंह भाटी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि शहीदो की शहादत सदैव चिरस्थायी रहती है। उन्होने कहा कि वीर शहीदो को याद करने से जहां हमारी संस्कृति एवं सभ्यता का उत्साहवर्धन होता है वहीं युवा पीढी को ऐसे आयोजनो से राष्ट्रभक्ति की सीख मिलती है।

जिला कलक्टर मीना मंगलवार को शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में शहीद पूनम सिंह स्मृति संस्थान के तत्वाधान में आयोजित पूनमसिंह के 49 वें बलिदान दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह की अध्यक्षता पूर्व विधायक किषनसिंह भाटी ने की एवं नगरपरिषद के सभापति अषोक तंवर , उपखंड अधिकारी गजेन्द्र सिंह चारण , उपअधीक्षक पुलिस अषोक कुमार , पूर्व अध्यक्ष नगर विकास न्यास उम्मेद सिंह तंवर , पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती विमला वैष्णव , समाजसेवी त्रिलोकचंद खत्री विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

जिला कलक्टर मीना ने कहा कि पुलिस विभाग के शहीद पूनमसिंह ने देष की रक्षा के लिए अपने प्राणो को न्यौछावर कर हमेषा के लिए पुलिस बेडे का नाम रोषन किया है वहीं पूरे देष में एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया जिसको हम सदैव शहीद की शहादत के रूप में मना रहे है। उन्होनें कहा कि शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि तभी दे पाएंगे जब हमारी युवा पीढी राष्ट्र भक्ति की भावना की सीख इस प्रकार के शहीद के बलिदान की प्रेरणा से जीवन में उतारेंगे। उन्होने कहा कि जैसलमेर धरा सदैव वीर सपूतो की रही है जिसने देष में जैसलमेर का नाम रोषन किया है।

जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने शहीद पूनम सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हे शत्-शत् नमन करते हुए कहा कि देष की रक्षा के लिए अपने प्राणो का उत्सर्ग करने वाले शहीद देषवासियो के लिए सदैव प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे। उन्होने युवा पीढी को सीख दी कि वे वीर सपूतो की शहादत से प्रेरणा ले एवं सदैव ही देष के संकटकाल में अपने को समर्पित करने के लिए तैयार रहे। उन्होने कहा कि हम बहुत ही सौभाग्यषाली है कि वीर सपूत पूनमसिंह ने हमारे परिवार में जन्म लिया। उन्होने कहा कि शहीद पूनमसिंह ने जैसलमेर जिले का ही नही बल्कि प्रदेष व देष का नाम पुलिस प्रहरी के रूप में रोषन किया है। उन्होने कहा कि शहीद पूनम सिंह ने 9 सितंबर को 1965 को भारत-पाक युद्ध में भूटेवाली चैकी पर 7 पाक रैंजर्स एवं कमांडर अफजल खान को धराषाही कर अपने प्राणो का न्यौछावर किया जो सदैव वंदनीय रहेगा।

पूर्व विधायक किषनसिंह भाटी ने कहा कि पुलिस विभाग में सीमा की रक्षा के लिए अपने प्राणो का बलिदान करने का यह एक देष ही नही विष्व में पहला उदाहरण है। उन्होने कहा कि सीमित संसाधनो के बावजूद भी शहीद पूनमसिंह ने अपने साथियो के साथ पाक रैंजरो को नस्त ए नाबूत कर वीरता का जो परिचय दिया वह सदैव चिरस्थायी रहेगा। उन्होने शहीद के याद में मनाए गए बलिदान दिवस समारोह के वृतांत भी सुनाए।

उपखंड अधिकारी गजेंन्द्र सिंह चारण ने राजस्थानी वीर रस का दोहा पेष करते हुए कहा कि “मांईं एडा पूत जण क्यो दाता क्यो सूर , नी तो रेजे बोंझणी मती गंवाजे सूर ”” । उन्होने कहा कि वीर सपूतो को जन्म देने वाली माताये भी सदैव स्मरणीय होती है। उन्हेाने कहा कि जैसलमेर के वीर सपूत शहीद पूनमसिंह से युवा पीढी को देषभक्ति की प्रेरणा की सीख लेनी है। उन्होने कहा कि शहीद भाटी ने देष की अखंडता की रक्षा के लिए अपने प्राणो का उत्सर्ग कर राजस्थान के गौरवषाली इतिहास को प्रषस्त किया है।

उपअधीक्षक पुलिस अषोक कुमार ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पुलिस के वीर सपूत पूनमसिंह ने सीमित संसाधनो के बावजूद भी युद्ध में जो शौर्य और वीरता का परिचय दिया वह पुलिस विभाग के लिए सदैव गौरवषाली रहेगा। उन्होने पुलिस कार्मिको को शहीद के बलिदान एवं त्याग की भावना को सदैव अपने जीवन में उतारने की सीख दी।

नगरपरिषद के सभापति अषोक तंवर ने कहा कि राष्ट्रीयता की भावना की सीख हम ऐसे शहीदो के बलिदान एवं त्याग से ले सकते है। उन्होने बताया कि स्वर्णनगरी चैराहा का नामकरण शहीद पूनमसिंह के नाम कर दिया है। उन्होने कहा कि शहीद पूनम सिंह स्मृति संस्थान के सहयोग से इस चैराहे का विकास किया जायेगा।







पूर्व अध्यक्ष नगर विकास न्यास उम्मेदसिंह तंवर ने कहा कि जैसलमेर का इतिहास सदैव गौरवषाली एवं पराक्रमी रहा है। उन्होने कहा कि राष्ट्र को सुरक्षित रखने के लिए जिन वीरो ने अपने प्राणो को न्यौछावर किया है वे सदैव वंदनीय है एंव उनके आदर्षो व राष्ट्र के प्रति प्रेम व बलिदान की भावना कोे अपने जीवन में उतारना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करना है।समाजसेवी त्रिलोकचंद खत्री ने कहा कि सीमा जिले के निवासी होने के नाते जैसलमेर वासियो को सजग सीमा प्रहरियो की भूमिका निभानी चाहिए।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियो ने शहीद पूनम सिंह की तस्वीर पर पुष्प चक्र एवं माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद पूनमसिंह स्मृति संस्थान के सहसचिव शैतानसिंह पूनमनगर ने संस्थान का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया वहीं षिक्षक नेता दलपत सिंह भाटी ने अपनी ओजस्वी वाणी में संचालन कर कार्यक्रम में समा बांधी। कार्यक्रम में पुलिस विभाग में बैंड बेडे में कार्यरत कांस्टेबल अली खान मिरासी ने शहीद पूनम सिंह की स्मृति मंे उनके पिता फजल खान द्धारा रचित वीर काव्यांजलि पेष की।

शहीद के 49 वें बलिदान दिवस समारोह में समाजसेवी स्वरूपसिंह राठौड हमीरा , कंवराज सिंह चैहान , संस्थान के उपाध्यक्ष सुल्तान सिंह , समाजसेवी प्रेमसिंह परिहार , अनोपसिंह , भीखसिंह भाटी , रामसिंह रावलोत , तनसिंह भाटी , तारेंद्र सिंह , नखतसिंह भाटी , शहर कोतवाल जेठाराम के साथ ही नगर के गणमान्य नागरिक , पुलिसकर्मीै एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।समारोह के अंत में पुलिस बैंड की धुन पर राष्ट्र गान प्रस्तुत किया गया।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top