विश्व स्तनपान सप्ताह के दुसरे दिन हुए कई कार्यक्रम
बाड़मेर 
विश्व स्तनपानदिवस के दूसरे दिन स्थानीय गल्र्स स्कूल माल गोदाम रोड़ बाड़मेर में प्रातः भाषणएवं निबन्ध प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया जिसमे भाषण में प्रथम स्थान उषा राठौड़ एवं द्वितीय स्थान ज्योति एवं निबन्ध में प्रथम स्थान केशर कडेला एवं द्वितीय स्थान संतोष भाटी ने प्राप्त किया । गल्र्स स्कूल के सभागार में वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. आर. के . माहेश्वरी ने बालिकाओं को स्तनपान का महत्व समझाते हुए बताया कि मां का दूध ही बच्चे के लिए उतम है। यह मां द्वारा बच्चे केा सबसे कीमती उपहार है। मां का दूध अमृत के समान है। यह प्रजाति विशिष्ट होता है। एक प्रजाति का दूध दूसरी प्रजाति के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं होता है। स्तनपान से मां एवं बच्चे के बीच भाावनात्मक तादात्मय स्थापित होता है जोकि बच्चे के सर्वागीण विकास के लिए अत्यन्त आवष्यक है । बोतल से दूध पिलाने पर बच्चे का मां से जुडाव कभी नहीं रहेगा एवं बच्चा विभिन्न बीमारियों सहित कुपोषण से ग्रसित हो जायेगा । मां का दूध प्रोटीन काब्र्रोहाईड्रेड वसा, विटामिन, मिनरल एवं पानी से भरपूर होता है। यह बच्चों के पोषण के लिए सर्वोतम है। बाजार में मिलने वाले फुड सप्लीमेट से बचना चाहिए। प्रथम छः माह तक केवल स्तनपान कराने का सकल्प डा माहेष्वरी ने बालिकाओं को दिलाया। कार्यक्रम में बालिका स्कुल की प्राचार्या श्रीमती शकुन्तला अग्रवाल, श्रीमती ममता मंगल, स्माईल फाउडेशन के सीताराम नैण , अनिता चैधरी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। इस से पूर्व डाॅ. सुरेन्द्रसिंह चैधरी बालिकाओं के ज्ञान वर्धन के लिए स्तनपान से सम्बन्धित प्रश्नोतरी का आयोजन किया । कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सुरेन्द्रसिंह चैधरी ने किया ।

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