राष्ट्रीय मरू उद्यान क्षैत्र के निवासियों का मूलभुत सुविधाऐ मिले-कर्नल सोनाराम
बाडमेर
बाडमेर-जैसलमेर के लोकसभा सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने बुधवार को संसद के प्रश्न काल में तारांकित प्रश्न संख्या 416 के माध्यम से वन्य पंक्षी एवं पशुओं के सरंक्षण हेतु राष्ट्रीय पार्केा एवं अभयारण्यों की धोषणा के पश्चात धोषित क्षेत्र की जनता केा जीवनोंपार्जन हेतु आवश्यक मूलभुत सुविधाओं से वंचित रहना पडता है। बाडमेर जिले में वन्य जीवों के संरक्षण हेतु राष्ट्रीय मरू उद्यान धोषित किया गया है। उस क्षेत्र में निवासी लोगों केा आवश्यक सडक, पानी , बिजली, चिकित्साल भवन निर्माण एवं स्वय के निवास हेतु मकान बनाना की दुलर्भ हो गया है। केन्द्र सरकार उक्त नियमों में शिथिलता प्रदान कर संवेदी धेाषित क्षेत्र ें निर्माण क्रियाकलाप केा प्रतिबंधित किया है। उसमें शिथिलता प्रदान करे। ताकि उस क्षेत्र का निवासी अपना सामान्य जीवन यापन कर सके। 
पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मन्त्री प्रकाश जावडेकर ने बताया कि 17मार्च2005 केा मरूस्थल राष्टीय उद्यान राजस्थान सहित राष्टीय उद्यानों और अभयारण्यों के आस पास परिसंवेनशील जोन धोषित किया गया था। राष्टीय वन्यजीव बोर्ड के निर्णय के अनुसार परिसंवेदनशाील जोनेों का चित्रण स्थल विशिष्ट होना चाहिए और विशिष्ट कार्यकलापों केा निषिद्ध करने की बजाय विनियमन से संबंधित है। इस संबंध में राज्य सरकार केा परामर्श किया जायगा और सहमति प्राप्त की जाएगी। इस क्षेत्र में मनमाने ढंग से बढोतरी नहीं की जानी है। परन्तु मकान निर्माण कार्य, मकान निर्माण हेतु खनन कार्य , व्यवसायीक उद्देश्य से रात्रिकालीन वाहन केा आवागमन ,होटल एवं रिजोट्र्स के निर्माण एवं वन कटाई पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा। ओर्गेनिक खेती पेयजल के संसाधन हेतु कार्यो पर प्रतिबन्ध नहीं है। मन्त्री ने आश्वस्त किया कि यदि जनता केा केाई परेशानी हो रही है तो राज्य सरकारों केा साथ बैठक कर स्थानीय स्तर पर सुझावों केा लेकर परीक्षण कर अनुशासनात्मक विशेषज्ञ समिति में विचारार्थ लेकर शिथिलता प्रदान की जावेगी। मन्त्री ने सांसद के अतारांकित प्रश्न सख्या 4048 के मरू उद्यान क्षेत्र में किसानों की चिंताओं केा समाधान का भरोसा दिलाया। सांसद ने अतारांकित प्रश्न संख्या 3960 के तहत मन्त्री का ध्यान आकर्षित करते हुए विशेष तौर से बाडमेर एवं जैसलमेर जिले में उत्पादन एवं खनन कार्यो की वजह से उत्पन्न प्रदुषण एक चिंता का विषय बताते हुए मांग की है कि मरू क्षेत्र का पर्यावरण प्रदुषित न हो और सन्तुलन बना रहे ऐसी व्यवस्था आवश्यक है। इस हेतु खनन वाली कम्पनियों केा वृक्षारोपण का अभियान चला कर वृक्षों के सिंचित एवं संरक्षित करने हेतु कम्पनियों को पाबन्ध किया जाना चाहिए यह जानकारी सांसद कें निजी सचिव अशोक कुमार शर्मा ने दी।

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