"आप" को दोहरा झटका, कैप्टन और शाजिया ने तोड़ा नाता
नई दिल्ली।
आम आदमी पार्टी (आप) की संस्थापक सदस्यों में से एक, शाजिया इल्मी ने पार्टी की सदस्यता और सभी पदों से शनिवार को इस्तीफा दे दिया। शाजिया ने प्रेस कांफ्रेंस में अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं होने की वजह से इसे छोड़ने का फैसला किया है। वहीं पार्टी के दूसरे सदस्य कैप्टन जीआर गोपीनाथ ने अपना इस्तीफा फ्रांस से पार्टी को भेजा है। कैप्टन गोपीनाथ ने पत्र में कहा है कि पार्टी नेतृत्व और पार्टी के तौर-तरीकों में पैदा हुए मतभेदों की वजह से वे पार्टी से अलग हो रहे हैं।
एयरलाइन सेक्टर में मशहूर एयर डेक्कन के फाउंडर गोपीनाथ का कहना है कि उसके पार्टी छोड़ने की वजह शाजिया इल्मी जैसी नहीं है। उन्होंने कहा, "भारतीय राजनीति में बदलाव लाने के लिए मैं अभी भी अरविंद केजरीवाल की प्रशंसा करता हूं। मैं पार्टी के अंदर लोकतंत्र न होने की वजह से इस्तीफा नहीं दे रहा हूं। उन्होंने कभी मुझे चुप रहने के लिए नहीं कहा। उन्हें हार को विन्रमता से स्वीकार करना चाहिए और पार्टी को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें डटे रहना होगा। भारत को आप की जरूरत है, ऎसे मौके पर जब हमारे पास विपक्षी पार्टी नहीं है।
वहीं दूसरी ओर शाजिया इल्मी ने पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को एक अच्छा और कुशल व्यक्ति बताते हुए कहा कि पार्टी के कुछ लोगों ने उन्हें जकड़ रखा है। इल्मी ने तुरंत किसी पार्टी में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि अरविन्द केजरीवाल को जेल-बेल के चक्कर में पड़ने की बजाय उन्हें लोगों के बीच जाना चाहिए। उन्होंने केजरीवाल से आत्ममंथन करने का भी अनुरोध किया।
साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली के किसी लोकसभा क्षेत्र से टिकट नहीं दिया गया और गाजियाबाद से चुनाव लड़ाया गया। वह चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जनरल वी.के. सिंह से चुनाव हार गई। वह आप की नीतियों से प्रभावित होकर इसमें शामिल हुई थीं, लेकिन इस पार्टी से कुछ गलतियां हुई है, जिसके कारण दुखी मन से वह पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं। इल्मी लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन और आप के अपने मुद्दों से भटकने के कारण भी नाराज थीं।
आप नेता योगेंद्र यादव ने इल्मी के इस्तीफे पर कहा,"मैं शाजिया के इस्तीफे से बहुत दुखी हूं। हमने उसने रूके रहने के लिए समझाने की कोशिश की। लेकिन दुर्भाग्यवश हम उन्हें नहीं रोक पाए।"
इससे पूर्व आप के वरिष्ठ नेता सोमनाथ भारती ने इल्मी को मनाने का भरपूर प्रयास किया और कहा कि वह नाराज नहीं हैं। कुछ समस्याएं थीं उसका समाधान कर लिया गया है।
इल्मी के आप से अलग होने पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन ने कहा, "जैसे-जैसे लोगों को आप की वास्तविकता का पता चलता जाएगा, वैसे-वैसे लोग उससे अलग होते जाएंगे।" आप से मतभेदों को लेकर अलग हुए विनोद कुमार बिन्नी ने कहा था कि पार्टी में चार लोग हिटलर शाही चला रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया के लोगों ने इल्मी को गाजियाबाद में परेशान किया था।
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