
दौसा में भाजपा विधायकों और हरीश मीणा के बीच नाराजगी
जयपुर/दौसा।
दौसा भाजपा में लोकसभा चुनावों से ऎन पहले कलह की खबरें सामने आ रही हैं। नामांकन के दौरान प्रत्याशी की अनदेखी से नाराज भाजपा विधायकों ने दौसा में प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी के समक्ष हंगामा किया। वहीं भाजपा प्रत्याशी हरीश मीना ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिलकर विधायकों का सहयोग नहीं करने की शिकायत की। इस पर राजे ने विधायकों को प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के लिए समझाया।
जानकारी के अनुसार, बुधवार को दौसा से भाजपा के प्रत्याशी हरीश मीना ने चुनाव के लिए नामांकन भरा था। इस दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी सहित प्रमुख नेता दौसा पहुंचे थे। नामांकन के साथ बजरंग मैदान में एक सभा का आयोजन भी किया गया, जिसको प्रत्याशी सहित प्रमुख नेताओं ने संबोधित किया था। सभा के बाद प्रत्याशी हरीश मीना ने क्षेत्र के आठ वर्तमान विधायकों और प्रमुख जनप्रतिनिधियों से सहयोग नहीं करने की बात राजे से कही। इस पर राजे ने तमाम विधायक व जनप्रतिनिधियों को बुलाकर स्पष्टीकरण मांगा।
ये बोले विधायक
राजे के समक्ष विधायकों ने प्रत्याशी पर अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रत्याशी ने ना तो नामांकन के दौरान और ना ही चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें कोई जानकारी दी। साथ ही उनके खोले गए कार्यालयों से भी विधायकों को कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो रही है। विधायकों की शिकायत के बाद प्रत्याशी हरीश मीना ने विधायकों के सक्रिय नहीं होने का आरोप जड़ दिया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद राजे ने प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी को इस मामले को देखने को कहा। साथ ही उन्होंने सभी को एकजुट होकर काम करने की सलाह दी।
प्रत्याशी की समझाइश का था मामला
जानकारी के अनुसार, दौसा क्षेत्र में मीना के अलावा एक अन्य जाति के दो प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में हैं। इसमें से एक प्रत्याशी ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में बैठने की सहमति दे दी थी। इसके लिए स्थानीय विधायक के यहां बैठक होनी थी, लेकिन विधायक ने ऎन वक्त पर असहमति जाहिर कर दी। इस पर भाजपा प्रत्याशी हरीश मीना नाराज हो गए थे।
पूर्व मंत्री के यहां हुई बैठक
इसके बाद परनामी ने दौसा के एक पूर्व विधायक के घर बैठक की। इसमें दौसा विधायक शंकर शर्मा, महवा विधायक ओमप्रकाश हुडला, बांदीकुई विधायक अलका गुर्जर सहित क्षेत्र के सभी आठ विधायकों व पूर्व विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियोंं ने भाग लिया। इस दौरान परनामी ने समझाइश की और मिलकर काम करने के निर्देश दिए।
दौसा में प्रत्याशी से विधायक नाराज नहीं थे, उन्हें कार्यालय व सूचना को लेकर कुछ परेशानी थी। नामांकन के बाद बात करके इस मसले को सुलझा लिया गया है। ये कोई बहुत बड़ी बात नहीं है, चुनाव की शुरूआत में थोड़ी बहुत परेशानी तो आती ही है।
अशोक परनामी, प्रदेशाध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी
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