लवाजमे के बीच शान से निकली गणगौर की सवारी
जयपुर।
जयपुर की आन-बान और शान गणगौर माता की सवारी बुधवार को जनानी ड्योढी, त्रिपोलिया बाजार से लवाजमे के साथ निकाली गई। आगे-आगे कालबेलिया और गैर नृत्य करते कलाकार, मनमोहक मां दुर्गा,भगवान कृष्ण का स्वरूप धारण किए कलाकार, हाथी पर पंचरंगा निशान थामे कलाकारों के बीच जैसे ही गणगौर माता की सवारी त्रिपोलिया गेट से निकली तो वातावरण माता के जयकारों से गूंजायमान हो उठा।
लवाजमें में घोड़े, ऊंट, बग्गियों के अलावा विभिन्न बैण्डोंने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए राजस्थानी गीतों की मधुर स्वर लहरियां बिखेरी तो दूर से ही गणगौर माता की सवारी निकलने का अहसास शहरवासियों को कर दिया। माता की सवारी के पीछे सिर पर कलश धारण कर मंगलगान करती महिलाएं व सिंजारा लेकर चलते लोगों ने राजस्थानी संस्कृति को साकार कर दिया।
इस बीच देशी-विदेशी पर्यटकों ने फोटोग्राफी की। सवारी छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार, चौगान स्टेडियम होती हुई तालकटोरा पहुंचकर सम्पन्न हुई। गुरूवार को 5.30 बजे त्रिपोलिया गेट से निकलेगी। वहीं इस बार मात्र एक हाथी ही होने से हाथियों की कमी खली। साथ ही रोक के बावजूद लोग छतों व दुकानों की बरामदों पर चढ़े दिखाई दिए
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