केजरीवाल की सरकार को"विश्वासमत"हासिल
नई दिल्ली।
आम आदमी पार्टी की सरकार को बहुमत मिल गया है। विश्वास मत ध्वनि मत से पारित किया गया कांग्रेस, जदयू सदस्यों ने समर्थन दिया। विश्वासमत की चर्चा के बाद आम आदमी के पक्ष में विश्वास मत मिला।
केजरीवाल के पक्ष में 37 वोट और विपक्ष में 32 वोट मिले। दिल्ली की आप सरकार को अब छह महीने तक कोई खतरा नहीं है।
इससे पूर्व आप के मनीष सिसोदिया ने सदन में विश्वासमत पेश किया और दिल्ली की सेवा के लिए सभी सदस्यों से पार्टियों से ऊपर उठकर समर्थन मांगा।
विश्वास प्रस्ताव के साथ ही आप की सरकार पर बहस शुरू हो गई है। फिलहाल, विपक्ष(भाजपा) के नेता हर्षवर्घन सदन में बोल रहे हैं।
हर्षवर्घन का कहना है कि सबसे बड़ी पार्टी विपक्ष में बैठी है। लेकिन "आप" जिस पार्टी को सबसे बड़ी भ्रष्ट पार्टी बोलते थे और उसके समर्थन से इनकार किया था। अब पलट गई हैं।
केजरीवाल ने भी अपनी कसम तोड़ दी है। लेकिन हम ये नहीं जानते कि "आप" की ऎसी क्या मजबूरी है कि उसने उसी पार्टी से हाथ मिला लिया।
आप पर हर्षवर्घन का हमला
हर्षवर्घन का आप पर हमला जारी है। हर्षवर्घन विभिन्न मुद्दों पर आम आदमी पार्टी को घेरने में लगे है वहीं, आप के नेता बीच-बीच में विरोध दर्ज करा रहे हैं।
इससे पूर्व मनीष सिसोदिया सदन में आप की ओर से किए गए 18 वादों को गिना रहे हैं। उनका कहना है कि दिल्ली में झुग्गी में रहने वालों से सौतेला व्यववहार किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि विश्वास प्रस्ताव पर इसी बहस में तय होगा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार रहेगी या जाएगी। आम आदमी पार्टी के 28 विधायक हैं, जबकि उसे कांग्रेस के 8 विधायकों का समर्थन हासिल है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अपने बिना शर्त समर्थन के वादे पर विधानसभा में भी कायम रहेगी।
आम आदमी पार्टी ने देश में नई इबारत लिखते हुए नई दिल्ली में सरकार का गठन किया और गुरूवार को वह बेहद अहम विश्वास मत का सामना करने के लिए भी तैयार है। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल की सरकार अल्पमत की सरकार है। इसके बावजूद भी केजरीवाल आश्वस्त हैं कि वह आसानी से विश्वास मत हासिल कर लेंगे।
तमाम सियासी अनिश्चितताओं के बीच केजरीवाल ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों पर शक जता कर सियासी माहौल एक बार फिर से गरमा दिया है। हालांकि बीजेपी ने इस पर फौरन सफाई देते हुए कहा है कि जो करना है कांग्रेस को करना है।
बीजेपी नेता डॉ. हर्षवर्धन सिंह ने कहा कि बीजेपी का बहुमत से क्या मतलब है। ना हमारी मदद से "आप" की सरकार बनी है। कांग्रेस की मदद से सरकार बनी है। सरकार को गिराना बचाना तो कांग्रेस के हाथ में है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें