विमांदित बच्चों से गले मिले और हाथों से फल खिलाये
जयपुर, 16 जनवरी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री डॉ. अरूण चतुर्वेदी ने गुरूवार को सपत्नि राजापार्क सेठी कॉलोनी में स्थित विभाग के मानसिक विमांदित महिला बाल कल्याण पुर्नवास गृह का आकस्मिक निरीक्षण कर विमांदित बच्चों के लिये की जा रही सभी तरह की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
राज्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान मानसिक विमांदित बच्चों से बड़ी आत्मीयता से हाथ मिलाया व गले लगाकर बच्चों को हाथो से फल खिलाकर खुशी बांटी तथा सभी बच्चों को फल वितरित कियें।
उन्होंने विमांदित बच्चों के निवास कक्ष में जाकर उनके हालचाल जानें तथा उनसे नाम, गिनती अन्य शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों द्वारा बनाई गई विभिन्न तरह की पेंटिंग, फाईल कवर व हैण्डीक्राफ्ट सामान की सराहना करते हुये उनके द्वारा बनाई गई सामग्री को प्रमोट करने का प्रयास करने का भरोसा दिलाया।
राज्यमंत्री ने विमांदित बच्चों के स्वास्थ्य, चिकित्सा, खाने-पीने, रहने आदि व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुये कहा कि विमांदित बच्चों की नियमित प्रतिमाह नेरोलॉजिस्ट चिकित्सक द्वारा जांच की व्यवस्था का पूरा प्रयास किया जायेगा। राज्यमंत्री ने विमांदित बच्चों द्वारा हारमोनियम व तबले के साथ किये गये डांस का भी आनन्द लिया और डांस के लिये प्रोत्साहन करने के लिये कहा।
राज्यमंत्री ने सम्पन्न लोगो से आग्रह किया कि जन्मदिन या बड़े अवसर पर इस तरह के बच्चों में आकर मनाये जिससे समाज को सामज सेवा की भावना से जोडऩे का मौका मिलें।
राज्यमंत्री डॉ. चतुर्वेदी ने शौचालयों में साफ-सफाई की नियमित व्यवस्था पर जोर देते हुये दूसरी मंजिल पर बने शौचालय से टपकते हुये पानी को रोकथाम के लिये सार्वजनिक निर्माण विभाग को तत्काल पत्र लिखने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर विमांदित पुर्नवास गृह के अधीक्षक ने बताया कि यहां पर 13 बाल अपचारी व 53 उपेक्षित बच्चों का पुर्नवास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बच्चे पर प्रतिमाह विभाग द्वारा 1750 रुपये व्यय किया जा रहा है तथा कई बच्चे ऐसी स्थिति में है जिनको खाने-पीने, शौचालय, कपड़े पहनाने, उठने-बैठने व अन्य सभी व्यवस्थाऐं बड़े आनन्द के साथ नियमित स्टॉफ द्वारा की जाती है।




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