साध्वीवर्या श्री प्रियरंजना श्री ने किया विहार, आज बाछड़ाऊ प्रवेश
स्थानीय जिनकान्तिसागर सुरी आराधना भवन में चातुर्मास विराजित साध्वीवर्या श्री प्रियरंजना श्री ने विदाई के बाद चितलवाना की ओर किया विहार।
खरतरगच्छ संघ के अध्यक्ष मांगीलाल मालू उपाध्याक्ष भूरचंद संखलेचा ने बताया कि पूज्य साध्वीवर्या का विदाई के बाद विहार में श्रद्धालुओं का जन सैलाब विहार में उमड़ पड़ा। आराधना भवन से साध्वीवर्या के मगलाचरण से विहार यात्रा शुरू हुई जो प्रतापजी की पोल करमू जी की गली, चैहटन फाटक से कुषलवाटिका पहुॅची जहां जिन मन्दिर के दर्षन वन्दन किये।
विहार यात्रा में पूज्य साध्वीवर्या को अक्षत की गहूलियों करके विदाई दी। इस विहार यात्रा में नगरपरिषद् सभापति उषा जैन, अखिल भारतीय खतरगच्छ महासंघ के उपाध्यक्ष रिखबदास मालू, अध्यक्ष मांगीलाल मालू, उपाध्यक्ष भूरचंद संखलेचा, महामंत्री नेमीचंद बोथरा, कोषाध्यक्ष गौतम डुगरवाल, सोहन अरटी, पारमसल महेता, रतनलाल संखलेचा, मांगीलाल धारीवाल, डाॅ. बंषीधर तातेड़, भूरचंद डुगरवाल, मदनलाल छाजेड़, सज्जनराज महेता, भूरचंद मालू, चम्पालाल महेता, सतीष छाजेड़, खेतमल तातेड़, सुनील छाजेड़, कपिल संखलेचा, नरेष लुणिया, मुकेष बोहरा सहित सैकड़ो की तादाद में श्रद्धालुओं ने विदाई दी।
पूज्यसाध्वीवर्या कुषलवाटिका से हाथीतला सनावड़ा होते हुए आज प्रातः बाछड़ाऊ प्रवेष करेगें। शुक्रवार को धोरीमना में प्रवेष करेगें।
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