जयंति के उपलक्ष में नेहरु युवा केन्द्र द्वारा विचार गोष्ठी के आयोजन
जैसलमेर, 12 जनवरी
स्वर्ण नगरी जैसलमेर में रविवार को नेहरु युवा केन्द्र के तत्वावधान में युवाषक्ति के आदर्ष एवं प्रेणता स्वामी विवेकानन्द की 151 जयंती के उपलक्ष में नेहरु युवा केन्द्र परिसर में एक विचार गोष्ठी आयोजन के साथ युवा सप्ताह का आगाज किया गया।
नेहरु युवा केन्द्र के तत्वावधान में आयोजित हुई विचार गोष्ठी के अवसर पर जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्रप्रकाष व्यास ने महान् पुरुष स्वामी विवेकानन्द के जीवन मूल्यों की चर्चा करते हुए युवा सभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि मानव एक धर्म है, सबसे जरुरी है वे अपने जीवन में कर्तव्यनिष्ठा रखते हुए उर्जावान बने और समाज हित के कार्यो को पुरजोर गति प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों तथा अंधविष्वास के खिलाफ युवाओं को जागरुक रहने की सीख दी।
विचार गोष्ठी के अवसर पर पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान मूलाराम चैधरी ने कहा कि नषा मुक्ति के क्षेत्र में युवाओं को समाज में अपने जीवन में जागरुक होकर सराहनीय एवं साहसिक कार्य करने की आवष्यकता जताई। उन्होंने कहा कि नषा प्रवृति मात्र ने युवा और समाज को सबसे अधिक पीछे धकेल दिया। उन्होंने बताया कि युवावर्ग ही कल के देष का भविष्य है इसलिए उन्हें नषे जैसी बुराईयों से हमेषा दूर रहना चाहिए। उन्होंने साम्प्रदायिक सद्भाव को ओर अधिक बढ़ावा देने के मेलजोल बनाए रखने पर विषेष बल दिया।
इस मौके पर पूर्व युआईटी अध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर ने युवा संभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के युवाओं को अपनी सकारात्मक सोच के साथ अपने जीवन में बदलाव लाने की जरुरत है। उन्हांेंने कहा कि इस भारतवर्ष में एक युवा शक्ति ही है जो समाज एवं देष को उम्मीदों के साथ कामयाबी दिला सकती है, जरुरत हैं कि युवावर्ग अपनी शक्ति को सही मायनों में पहचान कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।
साहित्यकार हरिवल्लभ बोहरा में स्वामी विवेकानन्द को एक उच्चादर्ष उदाहरण बताते हुए कहा कि युवाषक्ति को समाज में आगे आकर सफलता की ओर अग्रसर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य में बदलाव की प्रक्रिया निरन्तर होती रहती है, वह अपनी अंदरुनी शक्तियों से रुबर होकर एक नई दिषा प्रदान करें एवं आज का दिवस हम सभी को देष एवं समाज की रक्षा के कुछ कर गुजरने के लिए सुअवसर प्रदान करता है। इसी क्रम में नारायणदान ने भी राष्ट्र को युवाषक्ति बताया। कासमखां ने भी महापुरुष स्वामी जी के जीवन वृतांत पर प्रकाष डाला।
कार्यक्रम के प्रारंभ स्वामी विवेकानन्द जी की तस्वीर के आगे दीप प्रज्जवलित कर जयंती कार्यक्रम की शुरुआत की गई। तत्पष्चात विभिन्न ग्रामों के युवा मण्डलों के युवा साथियों ने रचनात्मक और सृजनात्मक गतिविधियों का आकलन करते हुए विचार गोष्ठी सजीव बनाया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय युवा कोर स्वयंसेवक दिनेष प्रजापत ,मठारखां , देवभारती ने भी अपने-अपने सार्थक विचार प्रकट किए। इस अवसर पर वर्ष 2013-14 में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले युवाओं सर्वश्री सखीमोहम्मद ,लीलाराम , दिनेष प्रजापत ,मठारखां ,बिंजाराम ,मनोहरलाल आदि को अतिथिगणों ने स्मृति चिन्ह प्रदान किए। कार्यक्रम के अंत में नेहरु युवा केन्द्र के हरिवल्लभ गोपा में तहेदिल सभी आगन्तुक अतिथियों /युवा संभागियों का आभार प्रदर्षित किया। इस विचार गोष्ठी सफल आयोजन व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित ढंग से संपादित करने के लिए नेहरु युवा केन्द्र के खेताराम प्रजापत का भी विषेष रुप से उत्साहजनक सहयोग रहा। इस अवसर पर अच्छी संख्या में ग्रामीणअंचलों से आए युवा मंडलों के युवा साथियों ने बड़े उत्साह के साथ विचार गोष्ठी में बढ़चढ़ कर हिस्सेदारी निभाई।
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