आत्म कल्याण के लिए प्रभू से प्रेम करे
बाड़मेर
श्री आदी गौड़, गुजर गौड़ समाज व श्री गौड़ महिला मंडल की ओर से आयोजित श्री मदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ के छठे दिन महंत1008 श्री मोहन शरण जी महाराज ने बताया कि हमें सांसारिक वासनाओं को छोड़कर प्रभू से प्रीत करनी चाहिए, क्योंकि ये वासनाओं से जीवात्मा इस माया जाल में फंस जाती है, और उसका भगवान से मेल नहीं हो पाता है।
उन्होंने कहा कि आत्म कल्याण के लिए हमें प्रभू क प्रेम करना चाहिए वही सच्चा प्रेम होता है बाकि सब दिखावा मात्र होता है, सांसारिक प्रेम स्वार्थ मात्र होता है। आज की कथा का मुख्य आकर्षण रूखमणी विवाह, कंस वध,उद्यव जी चरित्र, तथा रासलीला रहा।
इस आज कथा के मुख्य यजमान भंवरसिंह जी राजपुरोहित, पारसमलजी जैन, कैलाष भरिंडवाल,लक्ष्मणसिंह राजपुरोहित, नारायणजी पंवार रहे।
इस अवसर पर अशोक कुमार भरीण्डवाल अध्यक्ष आदि गौड़ समाज, ओमप्राकश मुथा, अध्यक्ष भारत विकाश परीषद, ओमप्रकाश गुप्ता, तगारामजी राणेजा, बालूरामजी मामडोलिया, कैलाश बबेरवाल, राहुल राणेजा, हेमाराम जी भरींडवाल, मांगीलाल जी गौड़ लोकपाल, लक्ष्मीनारायण पारीक सहित कई लोग मौजूद रहे। यह जानकारी सचिव ओम प्रकाश मामडोलिया ने दी।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें