नेताओं की मान मनौव्वल पूरी, बाजी अब जनता के हाथ में
जयपुर। 
पिछले कई दिनों से अपने घर-दरवाजों पर अलग-अलग पार्टी के नेताओं और दलों की दस्तक सुनने के बाद अब जनता की बारी आ गई है। अपने पसंद के उम्मीदवार को चुनने या खारिज करने का काम पूरे प्रदेश में 1 दिसम्बर को होगा। प्रदेश के लोग रविवार सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच तय कर देंगे कि किसके भाग्य का फैसला उन्होंने ईवीएम मशीन में कैद किया है। 
नेताओं की मान मनौव्वल पूरी, बाजी अब जनता के हाथ मेंमतदान प्रक्रिया रविवार को सम्पन्न होने के बाद 8 दिसम्बर को परिणाम सामने आएंगे। वर्तमान में यहां कांग्रेस की सरकार है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में जहां पूरी कांग्रेस विकास और राज्य को आगे बढ़ाने के दम पर मतदाताओं से फिर विश्वास व मत हासिल करने की बात कर रही है तो भाजपा महंगाई, भ्रष्टाचार और मोदी इफेक्ट के दम पर सत्ता में वापसी के लिए वोटर्स को लुभा रही है। 

इससे पहले प्रदेश में लोकतंत्र के उत्सव का पहला पड़ाव यानी चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम पांच बजे थम गया था। इस बार चुनाव आयोग की सख्ती के चलते राज्य के अब तक का यह सबसे शांत और फीका चुनाव प्रचार माना गया। हालांकि राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों ने अपनी रैलियों में एक दूसरे पर जम कर प्रहार किए। प्रचार के अंतिम दिन प्रत्याशियों ने रैलियां और रोड शो कर ताकत झोंकी।

अपने-अपने घरों को टटोला दिग्गजों ने 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने प्रचार के अंतिम दिन अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार किया। प्रत्याशी शनिवार को घर-घर जनसंपर्क करेंगे। प्रत्यााशियों ने बूथ मैनेजमेंट रणनीति को भी अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। मतदान दलों की रवानगी का सिलसिला भी शुक्रवार से शुरू हो गया। 

मुकाबला संदेश और सुराज संकल्प यात्रा के बीच 

कांग्रेस ने संदेश यात्रा और भाजपा ने सुराज संकल्प यात्रा निकालन कर अप्रेल से प्रदेश में चुनावी माहौल बना दिया था। नाम वापसी के बाद असली चुनावी जंग 16 नवंबर से शुरू हुई। इस बार प्रत्याशियों का ज्यादा जोर जनसंपर्क पर रहा। अंतिम दस दिनों में राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों ने प्रदेश में चुनाव का माहौल बनाया। प्रदेश भर में स्टार प्रचारकों की 300 से ज्यादा सभाएं हुई। प्रदेश स्तर पर प्रचार की मुख्य कमान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे के हाथ में रही। 


स्टार प्रचारको की रही धूम

भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने राज्य में अकेले 21 सभाएं की। कांग्रेस के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 9 सभाएं कींं। इनके अलावा दोनों दलों के लगभग 20 राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने प्रदेश भर में पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया। राजपा के लिए सांसद किरोड़ी लाल मीणा के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष पीए संगमा, सपा के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बसपा के लिए मायावती, माकपा के लिए प्रकाश करात और अन्य नेताओं ने प्रचार किया। 


अब यह नहीं हो सकेगा

मुख्य निर्वाचन अधिकारी अशोक जैन के अनुसार राजनीतिक दल अथवा प्रत्याशी अब सार्वजनिक सभाएं, जुलूस या लाउड स्पीकर, सिनेमा, दूरदर्शन, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, संगीत समारोह और नाट्य-अभिनय, एसएमएस या मोबाइल के माध्यम से प्रचार नहीं कर सकेंगे। 

शराब की बिक्री बंद

राज्य में शराब बिक्री बंद हो गई है। मतदान समाप्ति तक शराब बिक्री नहीं होगी। प्रदेश में करीब सवा लाख पुलिस बल तैनात। 

फीका रहा प्रचार 

लोगों की नजर में यह अब तक का सबसे शांत और फीका चुनाव प्रचार रहा। होर्डिग, पार्टियों के झंडे, लाउड-स्पीकर का शोर काफी कम रहा।


घोषणाएं करने से कोई बदलाव नहीं होने वाला। विकास के प्रति सच्चे प्रयास व समुचित क्रियान्वयन की जरूरत है, भाजपा ही ये दे सकती है।
वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा


पांच साल हमने योजनाओं से प्रदेश को नई ऊंचाई पर पहुंचाया। सरकार आने पर हमारा प्रयास रहेगा कि इन योजनाओं को और मजबूत बनाएं।
अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top