गांवों में चलता रहा जनसम्पर्क का दोर 

चुनावी प्रचार के दौर में रविवार की रोज षिवकर, मिठड़ा, केरली नाडी, कुड़ला, बेरीवाला, लाणीफांटा, भूरटिया, दक्षित मातासर, पूर्वी मातासर, गालाबेरी, देवाणी ढ़ाणी, धन्ने का तला में अलग अलग स्थानों पर जनसीााओं का आयोजन कर मतदाताओं से रूबरू होते हुए डाॅ मृदुरेखा ने अपने पक्ष में आरी के निषान पर मतदान करने की अपील की। वहीं षहरी क्षेत्र में वार्ड संख्या 13 व 14, रामदेव मन्दिर, जगदीष बाल निकेतन के पास, बलदेव नगर, मदर टेरेसा स्कूल के पास, बंधुआ मजदुर भीलों की बस्ती में जनसभाओं का आयोजन कर 1 दिसम्बर को आरी के निषान पर मतदान करने की अपील की। 

लाह में बंटाए हाथ: 

डाॅ मृदुरेखा का चुनावी प्रचार का दौर उस समय और भी रौचक बन गया जब कुड़ला ग्रामीण क्षेत्र में एक खेत में चल रही लाह को देखकर खुद डाॅ मृदुरेखा खेत में ग्वार तोड़नेे में जुट गई। स्थानीय किसानों ने अपने नेता को इस तरह अपनाईयत से खेत में आने पर भावभरा स्वागत किया। और यकिन दिलाया कि इस बार किसान का एक एक वोट मृदुरेखा की जीत में कड़ी का काम करेगा। 

महिला दलों ने की सर्वाधिक मतदान की अपील: 

चुनावी प्रचार के दोर में महिला दल की सदस्य कड़ी से कड़ी जोड़ने का जिम्मा निभा रही हैं़ । डोर टू डोर जाकर महिला मतदाताओं से सर्वाधिक मतदान करने की अपील करते हुए महिला मतदाताओं से कह रही हैं कि आप अपने घर में बड़े बुजुर्गो को मतदान केन्द्र तक लेकर आए ओर आरी के निषान पर मतदान कर डाॅ मृदुरेखा को विजयी बनाए।

चुनावी रथ दे रहा आरी का संदेष: 

रथ संचालक हेमन्त भाटी बताते हैं कि डाॅ मृदुरेखा के चुनावी प्रचार में अहम भूमिका निभा रहा चुनाव रथ इन दिनों ग्रामीण अंचल में पहूंच कर आरी के निषान पर मतदान कर डाॅ मृदुरेखा को जीत दिलाने की अपील करने के साथ साथ ग्रामीणों से बात करते हुए थाह ले रहा हैं। कि इसबार कौन हैं उनकी पहली पंसन्द। इस पर ग्रामीण कई उदाहरण देते हुए बताते हैं कि अन्य जनप्रतिनिधियों की अपेक्षा मृदुरेखा एक ही फोन पर उनके गांव ढ़ाणीयों में पहूंच कर उनकी समस्याओं को चुनकर समाधान में सहयोग करती आई हैं। ऐसे में उनकी पहली पसंन्द आरी ही हैं। यह रथ डाॅ मृदुरेखा की जनसभाओं के साथ साथ रहता हैं तथा जनसभा स्थल पर कुछ समय पूर्व ही पहूंच कर मतदाताओं को जनसभा में पहूंचे की अपील करता हैं तथा चुनाव चिन्ह की जानकारी देता हैं। 

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