"खजाने की खोज से दुनिया में उड़ा मजाक" 

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में महाखजाने की खोज के लिए चल रही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की खुदाई को नरेंद्र मोदी ने हास्यास्पद करार दिया है।चेन्नई में मोदी ने कहा कि एक साधू को सपना आने पर केंद्र सरकार खजाने की खुदाई करा रही है, लेकिन उसे स्विस बैंकों में पड़े देश के सोने की फिक्र नहीं है।मोदी ने कहा कि खजाने की खोज की वजह से सारी दुनिया में हमारा मजाक उड़ाया जा रहा है। किसी को सपना आया और दिल्ली की सरकार 1000 टन सोना खोजने के लिए खुदाई करने में लग पड़ी।

काला धन वापस लाया जाए
इस खुदाई के बजाय सरकार को स्विस बैंक से काला धन वापस लाने के लिए पहल करनी चाहिए।मोदी बोले यदि विदेशी बैंकों में छिपाकर रखे गए काले धन को भारत में लाया जाएगा, तो इस तरह की खुदाई कराने की जरूरत नहीं रह जाएगी।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले हफ्ते उड़ीसा और आंध्र प्रदेश में बड़ा तूफान आया। ऎसा लग रहा था कि ये तूफान पूरे भारत को तबाह कर देगा। पर खुशी बात यह रही कि उम्मीदों से कम नुकसान हुआ।
मोदी ने कहा कि इस तूफान से नुकसान इसलिए कम हुआ क्योंकि पूरे देश में बदलाव की आंधी आना बाकी है। मैं तमिलनाडु के लोगों को देख रहा हूं।
यहां के लोग भी दिल्ली में बदलाव चाहते हैं। अगर भाजपा सत्ता में आती है तमिलनाडु के लोगों का सपना जरूर सच होगा।

खोज से कोई लेना-देना नहीं
वहीं इस संबंध में कांग्रेस की रेणुका चौधरी का कहना है कि यह राज्य सरकार का निर्णय है और हमारी सरकार का सोने की खोज से कोई लेना-देना नहीं है। 

विहिप नेता अशोक सिंघल ने इस संबंध में कहा है कि सिर्फ सपने के आधार पर सोने की खोज बेमानी है, हमारे पास इससे संबंधित विज्ञान है, हमें उसकी मदद लेनी चाहिए।

भाजपा नेता उमा भारती का कहना है कि सपने के आधार पर सोने की खोज करने में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने तो यहां तक कहा कि सोना राज्य सरकार को न सौंपा जाए, वरना सपा उसे बेचकर खा जाएगी।

खुदाई में कितना समय लगेगा?
उन्नाव के डौडिया खेड़ा में डेला डाले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों की टीम ने शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे खुदाई शुरू की। खुदाई से पहले पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने उन्नाव के जिलाधिकारी से खनन के तरीके और सुरक्षा को लेकर बैठक की।

किले में जिस जगह पर खुदाई होनी है, उसे चिह्नि्त कर चारों तरफ घेराबंदी कर दी गई। मीडिया को घेरे से आगे जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। इलाके में देसी और विदेशी मीडियाकर्मिया का भारी जमावड़ा है।

खुदाई में कितना समय लगेगा? सोना जमीन में कहां पर और कितने नीचे दबा है? इस तरह के तमाम सवाल लोगों के मन में हैं, जिनका जवाब फिलहाल खुद एएसआई के अधिकारियों के पास भी नहीं है।

किले के नीचे खजाना छिपा है!
उन्नाव के अपर पुलिस अधीक्षक सर्वानंद सिंह ने बताया कि किले और आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। पुलिस के साथ प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) के लगभग 50 जवानों की तैनाती की गई है।

उन्नाव के बक्सर स्थित डौडि्या खेड़ा में राजा राव रामबक्श सिंह के किले में खजाने की बात संत शोभन सरकार ने कही है। बक्सर से एक किलोमीटर दूर अपने आश्रम में सरकार ने तीन महीने पहले सपना देखा कि 1857 में अग्रेजों से लड़ाई में शहीद हुए राजा के किले के नीचे खजाना छिपा है। 

शोभन सरकार ने तीन सितंबर को स्थानीय प्रशासन, राज्य सरकार और केंद्र सरकार को इस बारे में अवगत कराया। बताया रहा है कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री चरण दास महंत ने सितंबर के आखिरी सप्ताह में खजाना दबा होने का दावा करने वाले संत शोभन सरकार के साथ किले का दौरा किया था।

इतनी मात्रा में सोना मिलना मुश्किल
तीन अक्टूबर को एएसआई के लखनऊ मंडल के अधिकारियों की एक टीम ने स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के साथ किले का दौरा किया। सूत्रों के मुताबिक, एएसआई अधिकारियों की टीम को मौके पर सर्वेक्षण के बाद किले के 20-25 फुट नीचे सोना दबे होने के कुछ संकेत मिले।

विचार-विमर्श के बाद एएसआई अधिकारियों ने 18 अक्टूबर से खुदाई किए जाने का निर्णय लिया। इतिहासकार दावा कर रहे हैं कि किले की मजीन में इतनी मात्रा में सोना मिलना मुश्किल है, क्योंकि राजा राव रामबक्श सिंह इतने बड़े और वैभवशाली शासक नहीं थे। वहीं स्थानीय लोग शोभन सरकार की बात को सच मान रहे हैं।

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