सांचौर संतरी को गोली मारकर अनिल पण्डया समेत तीन कैदी भगाए
सांचौर।
शहर के उप कारागृह पर रविवार शाम करीब आधा दर्जन हमलावर ने धावा बोलकर कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अनिल पण्डया सेत तीन कैदियों को छुड़ा लिया। रोकने का प्रयास करने पर हमलावरों ने देसी कट्टे से फायर कर एक संतरी को घायल कर दिया। फतेहपुर सदर थाने का हिस्ट्रीशीटर अनिल पण्डया दारिया प्रकरण के मुख्य आरोपी विजय ठेकेदार की हत्या का आरोपित है। पुलिस ने रेंज में नाकाबंदी करवाई है, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा है।
शाम करीब साढ़े छह बजे छह-सात व्यक्ति उपखण्ड कार्यालय होकर जेल परिसर की चारदीवारी के दरवाजे तक पहुंचे। उन्होंने उप कारागृह परिसर की चारदीवारी पर लगे लोहे के दरवाजे को खटखटाया। डयूटी पर तैनात संतरी हनुमानाराम दरवाजा खोलने पहुंचा। उन्होंने उसकी आंखों में मिर्ची डाल दी।
इस पर संतरी सुरेन्द्रसिंह ने हल्ला मचाया तो हमलावरों ने उसे गोली मार दी। इसके बाद हमलावर अंदर घुसे और मुख्य प्रहरी की आंखों में भी मिर्ची डालकर उसके कब्जे से कारागृह की चाबी ले ली। इसके बाद वे जेल का ताला खोलकर अपहरण एवं हत्या के आरोप में जेल में बंद अनिल पण्ड्या, रामकुमार जाट एवं गोपाराम को भगा कर ले गए। सूचना के बाद उपखण्ड अधिकारी नाथूसिंह राठौड़, थानाधिकारी भंवरलाल सीरवी पुलिस जाप्ते के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने उप कारागृह परिसर से देसी कट्टे से चला हुआ कारतूस बरामद किया है। पुलिस ने नाकाबंदी कराई, लेकिन आरोपितों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
विजय जाट की हत्या का आरोपी है
हिस्ट्रीशीटर अनिल पण्डया पर हत्या, अपहरण समेत कई मामले हैं। इस पर बहुचर्चित दारासिंह उर्फ दारिया हत्याकाण्ड प्रकरण में मुख्य आरोपित रहे विजय उर्फ बिज्जू ठेकेदार की हत्या का आरोप है। इस तरह से हुई वारदात ने राज्य की जेलों की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
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