बाड़मेर।
वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो नई दिल्ली द्वारा वन विभाग के सहयोग से गुरूवार को स्थानीय सर्किट हाऊस में वन्य जीव अपराध नियंत्राण पर क्राईम बैठक आयोजित की गई।
बैठक में वन विभाग, पुलिस अधीक्षक सवाईसिंह गोदारा सहित बीएसएफ, सीआईडी, कस्टम एवं एसओजी के 19 अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता डाॅ. जी एस भारद्वाज मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव जोधपुर ने की। बैठक के आयोजक निशांत वर्मा क्षेत्रीय उप निदेषक वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो भारत सरकार ने कहा कि पूरे देश में विशेष रूप से राजस्थान एवं बाॅर्डर क्षेत्र से संबंधित वन्य जीव अपराध, अपराधियों एवं वन्यजीव तस्करी के लिए अपनाई जा रही कार्यप्रणाली एवं विभिन्न विभागों द्वारा वन्य जीव अपराध के नियंत्रण की दिशा में किये जा रहे कार्यों पर प्रस्तुति करण दिया। वर्मा ने वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के कार्य एवं संगठित रूप से समन्वय स्थापित करते हुए वन्य जीव अपराधों पर नियंत्रण करने की अपील उपस्थित समस्त अधिकारियों से की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डाॅ. जी एस भारद्वाज ने राजस्थान प्रदेश में गोडावण, चिंकारा एवं चीता आदि वन्य जीवों के वासस्थलों, इन प्रजातियों के शिकार एवं तस्करी के संबंध में विस्तृत जानकारी दी एवं इनके संरक्षण के लिए स्थानीय ग्रामीणों एवं इन क्षेत्रों में तैनात विभिन्न विभागों के अधिकारियों से सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। भारद्वाज ने बताया कि वन्य जीव अपराधों पर कड़ा नियंत्रण रखने हेतु एक प्रभावी रणनीति बनाने पर विचार विमर्श किया गया जिसमें समय - समय पर बैठकों के द्वारा विभिन्न विभागीय अधिकारीयों द्वारा सूचना का आदान प्रदान करने पर सहमति बनी तथा समय - समय पर ब्यूरो के द्वारा विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की क्षमता विकास करने एवं जागरूक करने के संबंध में विस्तृत रूप से चर्चा की गई। तथा वन्य जीव अपराध केशों के अनुश्रवण के लिये मासिक रूप से अधिकारियों द्वारा समीक्षा करने पर सहमति बनी। बैठक में पुलिस अधीक्षक एसओजी जयपुर एवं वन संरक्षक वी एस बोहरा ने भी भाग लिया।
उप वन संरक्षक बाड़मेर लक्ष्मण लाल ने बताया कि शुक्रवार को वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो द्वारा मुनाबाव में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा जिसमें बीएसएफ, कस्टम एवं सीआईडी के अधिकारी व कर्मचारी भाग लेंगे।
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