‘‘बच्चों में भी जागरूकता जरूरी’’
बाडमेर। 
जागरूकता कार्यक्रमों आदि में अक्सर बड़े-बुजुर्गों पर ही ध्यान दिया जाता है और अपेक्षा की जाती है कि वे लोग अन्य लोगों को भी जागरूक करेंगे। लेकिन बच्चे भी जागरूकता पैदा करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं और आज के युग में बच्चों का जागरूक होना बेहद जरूरी है। केयर्न अधिकारी सुंदरराजन ने उक्त विचार व्यक्त करते हुए कहा कि केयर्न का सदैव प्रयास रहा है कि बच्चों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर उन्हें जागरूक किया जाए। वे कगाउ स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में बच्चों, अध्यापकों व अभिभावकों को संबोधित कर रहे थे। स्माईल फाउंडेषन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में केप्टन जौधाराम सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद थे। 
फाउंडेषन के जिला समन्वयक मूलचंद खींची ने बताया कि कार्यक्रम से पूर्व गावं में स्वास्थ्य रैली निकालकर स्वच्छता का संदेष दिया गया। रैली में ग्रामीणों व बच्चों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस दौरान टीम सदस्य डाॅ. गौरव सोनी ने बताया कि बच्चों को खाने से पूर्व हाथ धोने की नियमित आदत अपना लेनी चाहिए, इसके लिए अभिभावक भी उन्हें सहयोग कर सकते हैं। क्योंकि बच्चे प्रेरित करने से ही सीखते हैं। नियमित रूप से टूथबु्रष करना व नाखुन काटना भी जरूरी है, अन्यथा कई तरह के कीटाणु बच्चों में बीमारियां पैदा कर सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान भानुप्रिया, होतचंद, प्रकाष माली, हरीषंकर, पवन दवे आदि ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में विजेता रहे रणछाराम सुथार, बबीता, षंकरलाल, राधा, लखपत परिहार, संतु आदि को अतिथियों ने पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक प्रदीप कोषिक, प्रमोद दवे, जेठाराम, कमला चैधरी, जोगाराम आदि का सहयोग रहा। मंच संचालन अध्यापक अजयसिंह व महेंद्रसिंह ने किया। 

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