आफत बनकर गिरी बरसात 
जितेन्द्र जांगिड 
सिवाना,
क्षेत्रभर में बेमौसम बारिश से खेतों एवं खलिहानों में पड़ी खरीफ फसल बर्बाद हो गई है। फसलों में नुकसान के चलते काश्तकारों के माथे पर चिंता की लकीरे नजर आ रही है। दरअसल, कस्बे समेत क्षेत्र के काश्तकारों ने मानसून की पहली बारिश के साथ अपने खेतों में खरीफ फसल बाजरा, मुंग, ग्वार, तिल समेत अन्य फसलों की बुवाई कर दी थी। बुवाई के बाद समयानुसार मेहबाबा की मेहरबानी भी हुई। जिसके चलते खेतों में फसलों की अच्छी स्थिति थी। इसके बाद काश्तकारों ने फसलों की कटाई शुरू की। कई काश्तकारों ने तैयार फसलों को कटाई के बाद खेतों व खलिहानों की रखा था, लेकिन शुक्रवार को शुरू हुआ बारिश दौर किसानों के लिए बर्बादी लेकर आया। बारिश से कृषि उपज बर्बाद होने के साथ चारा भी खराब हो गया है। काश्तकारों ने बैंकों अथवा अन्य जगहों पर ऋण लेकर अपने खेतों में बुवाई की थी लेकिन कृषि उपज खराब होने से राशि चुकारे की चिंता सताने लगी है। किसान जोगाराम माली व केशाराम का कहना है कि खेतों व खलिहानों में बरसाती पानी भर गया तथा फसलें जलमग्न हो गई।इससे हमे भारी नुकसान हुआ है। वही दूसरी ओर भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष हमीरसिंह भायल ने स्थिति का मुआयना कर शीघ्र ही सरकार से गिरदावरी करवा कर किसानो को मुआवजा दिलाने की मांग की है।

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