दुर्गा के लिए सोनिया की हिदायत, सपा भड़की
लखनऊ/नई दिल्ली। 
यूपी के गौतमबुद्ध नगर की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन मामले पर कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने से समाजवादी पार्टी भड़क गई है। सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कमेंट करते हुए कहा है कि सोनिया गांधी को इस मामले में दखल देने के साथ ही दो और पत्र लिखने चाहिए थे। 
दुर्गा के लिए सोनिया की हिदायत, सपा भड़कीउन्होंने कहा कि यह नहीं भूलना चाहिए कि हरियाणा में सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा जब फंसे थे तो आईएएस खेमका को सस्पेंड कर दिया गया था। ऎसा ही मामला राजस्थान में भी हुआ। जहां जमीन के जिन मामलों में वाड्रा का नाम उछला था तब वहां के मुख्यमंत्री ने दो अधिकारियों पर कार्रवाई की थी। ऎसे में पीएम को दो और लिखे जाने चाहिए थे ताकि इन दोनों मामलों में भी पीडित अधिकारियां को न्याय मिल सके। 
मालूम हो कि सोनिया गांधी ने पीएम को पत्र लिखकर पूछा है कि निलंबित आईएएस दुर्गा शक्ति के मामले में केन्द्र सरकार क्या कर सकती है। पत्र में यह भी कहा गया है कि यह इस बात की पुख्ता व्यवस्था हो कि इस अधिकारी के साथ किसी तरह की नाइंसाफी न हो तथा अधिकारी बिना भय काम कर सकें। 
दुर्गा शक्ति के मामले के तूल पकड़ने के बावजूद अब तक कांग्रेस नेता इसे राज्य सरकार का मामला बताकर चुप्पी साधे रहे। लेकिन सोनिया के खुलकर दखल देने के बाद अब अन्य कांग्रेस नेता भी इस मामले में सपा सरकार के फैसले की आलोचना करने लगे हैं। गौरतलब है कि ग्रेटर नोएडा की उपजिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को एक धार्मिक स्थल की दीवार गिरवाने के आरोप में पिछले सप्ताह निलंबित कर दिया गया था। नागपाल के निलंबन के बाद विपक्ष ने अखिलेश सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं।
रास नहीं आ रहा दुर्गा का निलंबन
सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के निलंबन की आलोचना की है। तिवारी ने एक चैनल से कहा कि गड़बडियां ठीक करने वाले अधिकारियों को सलाम किया जाना चाहिए। उन्हें निलंबित नहीं किया जाना चाहिए। दुर्भाग्य से इस घटना के बारे में तरह-तरह की बातें कही जा रही है कि आखिर उत्तरप्रदेश सरकार ने निलंबन के बारे में किस तरह से फैसला लिया।

मामले की न्यायिक जांच हो: रालोद,
राष्ट्रीय लोकदल की उत्तर प्रदेश इकाई ने दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। रालोद ने यह भी कहा है कि दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री नरेंद्र भाटी और खनन माफियाओं के बीच सांठगांठ की भी जांच कराई जाए। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल बी.एल. जोशी से मुलाकात की। राज्यपाल को दिए ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य सरकार के एक दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर यह दावा किया है कि उन्होंने 41 मिनट के भीतर ही दुर्गा को निलंबित करा दिया। यह बेहद निंदनीय है।

जांच कमेटी में भाटी का भाई!
आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन मामले में यूपी सरकार ने एक कमेटी का गठन किया है। ये कमेटी पूरे मामले की जांच करेगी। इस कमेटी में चार सदस्य हैं। खबर है कि इन सदस्यों में एक बिजेंद्र भाटी हैं, जो नरेंद्र भाटी के भाई हैं। हालांकि कमेटी में भाटी के भाई के सदस्य होने की अधिकारिक रूप से सरकार ने पुष्टि नहीं की है।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top