ये भी इलजाम मुझ पर टिकने वाले नहीं: आसाराम
अहमदाबाद। 
बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे आसाराम ने शुक्रवार को खुद सफाई देते हुए कहा कि ये भी इलजाम टिकने वाला नहीं है। डॉक्टरी रिपोर्ट में कुछ नहीं है। एफआईआर में भी कुछ भी नहीं है। ये मुझे, हमारी संस्कृति, साधू-संत समाज को बदनाम करने वालों की साजिश है। 
rape allegations against me baseless says asaramउन कथित एनजीओ की साजिश है जिन्हें करोड़ों रूपए उन्हें व हमारे समाज को बदनाम करने के लिए दिए जा रहे हैं। ये बात शुक्रवार दोपहर उन्होंने मोटेरा स्थित आश्रम में एकांत वास से लौटने के बाद सत्संग के दौरान संवाददाताओं से कही।
उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि जिन दिनों और जिस दिन की यह घटना बताई जा रही है उस दिन जोधपुर में अपने आश्रम में नहीं बल्कि जोधपुर में ही बने एक फार्म हाऊस में एकांत वास में अपनी कुटिया में थे। 

बच्ची व उसके माता-पिता से मिले
आसाराम ने कहा कि उन पर आरोप लगाने वाली बच्ची उनकी बेटी नहीं तो पौत्री (पोती) के समान तो है ही। बच्ची ने ऎसा कुछ नहीं कहा कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है। डॉक्टरी रिपोर्ट और एफआईआर में भी ऎसा कुछ हीं है।

उन्होंने पीडिता व उसके माता-पिता से जोधपुर एकांतवास में कुटिया में मिलने की बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वो और उसकी मां व पिता उनकी कुटिया में आए थे। उन्होंने वहां तीन-चार दिन सेवा दी और कहा कि उन्हें कुटिया देखनी है। उन्होंने कुटिया भी देखी।

इसी दौरान बच्ची के परिजन ने कहा कि उसकी बेटी की छाती पर कोई रात को बैठ जाता है। वो काफी तकलीफ में है। उन्होंने वो डिस्टर्ब थी, जिससे वो उनके पास आई है। बापू ने उन आरोपों का भी खंडन किया जिसमें कहा गया कि वो उस बच्ची के साथ कुटिया में डेढ़ घंटे तक थे। उन्होंने कहा कि ऎसा हो ही नहीं सकता। ये आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि उन पर आज तक कई आरोप लगे लेकिन कोई भी साबित नहीं हुआ। 

...मैं स्वयं आ जाता, नहीं पहुंची जोधपुर पुलिस
आसाराम बापू ने कहा कि मैं कुछ दिनों से सुन रहा हूं। जोधपुर पुलिस आने वाली है। भाई क्यों आ रहे हो मुझसे गुजारिश की होती तो मैं स्वयं वहां आ जाता। ये पूरा देश मेरा है। दो-तीन दिन से सुन रहा हूं जोधपुर पुलिस आ रही है। वहां से चल दी लेकिन अभी तक तो आई नहीं। अगर आ रही है तो आए। मैं स्वागत करूंगा।

समर्थकों से सयंम बरतने की अपील

आसाराम ने अपने समर्थकों से संयम बरतने की अपील की है। पीडित परिवार के मुखिया के प्रति भेदभाव न बरतने और उन्हें भी अपना भाई के समान मानने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनसे बहकावें में आकर 19-20 हो गई है वो उन्हें कुछ दिनों में अपने आप समझ में आ जाएगी। बच्चे गलती करते हैं, तो क्या मां-बाप उन्हें अलग कर देते हैं। नहीं ना ऎसा ही है।

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