'पिछले गेट से कमरे में ले गए थे'
जोधपुर।
आसाराम बापू नाबालिग पीडिता को अनुष्ठान के बहाने मणाई स्थित निजी आश्रम में पिछले दरवाजे से अपने कमरे में ले गए थे, जबकि उसकी माता व पिता कमरे के बाहर प्रार्थना कर रहे थे। उन्हें यह भ्रम था कि बापू अंदर अनुष्ठान कर रहे हैं और उनकी पुत्री का भी अनुष्ठान से इलाज करेंगे।
अब तक पुलिस जांच में यह सामने आया है। इस बीच छिंदवाड़ा और शाहजहांपुर गई पुलिस टीमों ने अपनी जांच शुरू कर दी है। पन्द्रह अगस्त की रात बापू के आदेशों के तहत पीडिता व उसके माता-पिता आश्रम में आसाराम के कमरे के पास माला फेर रहे थे। आसाराम अगले मुख्य दरवाजे से कमरे में घुसे। फिर वे पिछले दरवाजे से इलाज के बहाने किशोरी को कमरे में लेकर आए। वारदात के बाद पीडिता ने कमरे के बाहर बने शौचालय में हाथ व मुंह धोए और फिर परिजनों के पास चली गई। उधर राज्य मानवाघिकार आयोग ने जोधपुर में आश्रम में दुष्कर्म के मामले में पुलिस आयुक्त से दो माह में रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लेकर यह कार्यवाही की है।
आसाराम के खिलाफ याचिका
आसाराम बापू पर एक सत्संग के दौरान एक बच्ची पर की गई टिप्पणी को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। एक निजी टीवी चैनल पर प्रसारित एक कार्यक्रम में बापू ने एक आठ वर्षीय बच्ची के लिए विवादास्पद टिप्पणी की थी। इसके आधार पर जोधपुर के अधिवक्ता एस.डी. गोस्वामी ने राजस्थान हाईकोर्ट में आपराधिक विविध याचिका दायर की है।
इंदौर जाने की चर्चा!
इंदौर . आसाराम बापू शनिवार सुबह पुन: एकांतवास में चले गए हैं। उनके अहमदाबाद से इंदौर जाने की चर्चा है, हालांकि आश्रम की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। शनिवार सुबह आश्रम पहुंचकर वहां का दौरा किया। फिर 11 बजे एकांतवास को निकल गए। वे एक साधक के साथ अहमदाबाद एयरपोर्ट से रवाना हुए हैं।
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